बेंगलुरु . मैसूर-चैन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में कुछ शरारती तत्वों ने पथराव किया जिससे इसकी खिड़की के शीशे टूट गए. इस बात की जानकारी दक्षिण-पश्चिम रेलवे की ओर से दी गई है. हालांकि, इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. अधिकारी इस बात की जांच करने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर ये पथराव किसने किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैसूर-चेन्नई वंदे भारत को पिछले साल 11 नवंबर को हरी झंडी दिखाई थी. यह एक्सप्रेस ट्रेन सप्ताह के छह दिन चलती है. यह चेन्नई सेंट्रल से सुबह 5:50 बजे निकलती है और दोपहर 12:30 बजे मैसूर पहुंचती है. इसके बीच में यह बेंगलुरु के केएसआर स्टेशन पर रुकती है. इससे पहले इस साल की शुरुआत में पश्चिम बंगाल के मालदा में हावड़ा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था. यह घटना 2 जनवरी को हुई थी.
ठीक इसके एक दिन बाद दार्जलिंग से वंदे भारत ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया था. वहीं 20 जनवरी को भी वंदे भारत ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया था, यह एक्सप्रेस ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा जा रही थी. इस पर बिहार के कटिहार जिला के शरारती तत्वों ने पथराव किया था. हाल ही में ट्रेनों पर पथराव की लगातार घटनाएं हुई हैं. रेलवे सुरक्षा बल ने दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलुरु डिवीजन में 2023 में जनवरी में पथराव के 21 मामले और फरवरी में 13 मामले दर्ज किए हैं.
