नासिक की प्याज मंडियों में नहीं हुई खरीदी, कामगार मजदूरी बढ़ाने पर अड़े

नासिक, 25 अप्रैल . एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव नासिक में गुरुवार को प्याज की नीलामी नहीं हुई. प्याज व्यापारी और मजदूरों के बीच बात नहीं बन पाने की वजह से नासिक की प्याज मंडियों में खरीदी नहीं हुई.

23 दिन बाद 24 अप्रैल से प्याज खरीदी शासन के हस्तक्षेप के बाद शुरू हुई थी. एक दिन खरीदी हुई और फिर से मंडियां व्यापारियों ने बंद कर दी. अगर जल्दी नासिक में प्याज की खरीदी शुरू नहीं होती है तो इसका असर किसानों और आम जनता पर पड़ेगा.

आने वाले समय में प्याज की कीमतें भी बढ़ सकती हैं. शासन के हस्तक्षेप के बाद भी प्याज मंडियों में प्याज की नीलामी नहीं हुई. प्याज व्यापारी और माथाड़ी कामगार के बीच सुलह नहीं हुई. माथाड़ी कामगार मजदूरी बढ़ाने को लेकर अड़े हुए हैं और काम पर नहीं आ रहे हैं.

नासिक में प्याज की नीलामी नहीं होने से अब तक 700 करोड़ रूपये का व्यापारियों को घाटा हुआ है. वहीं, 1,500 रूपये प्याज की कीमत मिलने से किसान मायूस हैं.

प्याज व्यापारी किशोर वडजे का कहना है कि पिछले 20 दिनों से बाजार बंद था. बाजार पिछले दो-तीन दिनों पहले शुरु हुआ है. जिलाधिकारी ने भी हस्तक्षेप किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला. इसलिए बाजार फिलहाल बंद है. माल मार्केट में लाने के लिए तैयार हैं, लेकिन बंद होने की वजह से लाखों रूपये का नुकसान हुआ है. जब हल निकलेगा तभी मंडी खुलने का अनुमान है.

एकेएस/एबीएम