Wednesday , 29 March 2023

नशा मुक्त भारत अभियान; जिले में नशा रोधी गतिविधियां चलाएंगे, नशे के दुष्चक्र तोड़ेंगे


उदयपुर (Udaipur) . ड्रग एडिक्शन की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान प्रारंभ किया गया है. उदयपुर (Udaipur) जिले में अभियान अंतर्गत आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर व्यापक विचार-विमर्श हेतु जिला कलेक्टर (Collector) ताराचंद मीणा एवं एडीजे कुलदीप शर्मा ने बुधवार (Wednesday) को अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक लेकर समीक्षा की.

बैठक में नशामुक्त भारत अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन में संबंधित विभागों की समन्वित भूमिका पर चर्चा की गई. अभियान के प्रति आमजन में जागरूकता तथा अभियान के पिं्रट मीडिया (Media) एवं सोशल मीडिया (Media) आदि पर व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए कलेक्टर (Collector) ने निर्देश दिए. अभियान को सफल बनाने हेतु उसे मिशन मोड पर क्रियान्वित करने के लिए अभियान का प्रस्तावित नामकरण (मिशन उड़ान उदयपुर (Udaipur): जिले में नशे के विरुद्ध एक जंग) पर चर्चा की गई. बैठक पश्चात उन्होंने लोगों को नशामुक्ति के लिए जागरूक करने हेतु तैयार किए गए जागरूकता रथों को कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

इस दौरान जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मान्धाता सिंह, सहायक निदेशक केके चंद्रवंशी, पुलिस (Police) उपाधीक्षक चेतना भाटी, स्टेट कॉर्डिनेटर एश्वीन, सीपीओ पुनीत शर्मा, आरसीएचओ डॉ. अशोक आदित्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.

अभियान में हर वर्ग का लेंगे साथ: अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जिले के संपूर्ण ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजीव गांधी युवा मित्र, नेहरू युवा केन्द्र के फील्ड कार्यकर्ता, विद्यालयों के संस्था प्रधान, फिजिकल टीचर्स, एन.सी.सी., स्काउट गाइड आदि की भूमिका निर्धारित करने और इनका सहयोग लेने के निर्देश कलेक्टर (Collector) ने दिए. इसके अलावा 60 मास्टर ट्रेनर्स (Nurse) तथा वॉलिंटियर्स के चयन एवं उल्लेखनीय कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देने का सुझाव भी उन्होंने दिया.

उपखण्ड एवं ग्राम स्तर तक चलेगा अभियान : कलेक्टर (Collector) ने उपखंड स्तर पर अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से उपखंड अधिकारी तथा विकास अधिकारी को प्रभारी अधिकारी के रूप में मनोनीत करने एवं आमजन में जागरूकता एवं अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के उददेश्य से जागरूकता वाहन, मैराथन, रैली आयोजित करने के निर्देश दिए. कलेक्टर (Collector) ने कहा कि पुलिस (Police) विभाग एवं चिकित्सा विभाग के सहयोग से नशे से संबंधित हॉट स्पॉट, हुक्का बार, अवैध रेस्टोरेंट, विद्यालय-महाविद्यालय परिसर एवं उसके आस-पास अवैध रूप से विक्रय किए जा रहे प्रतिबंधित ड्रग्स, मादक सामग्री के विरूद्ध गोपनीय अभियान चलाया जाए. बैठक में उन्होंने नशे से पीड़ित व्यक्तियों को निःशुल्क मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवा उपलब्ध करवाने हेतु परामर्श सेवा केन्द्र की स्थापना विषय पर भी विचार-विमर्श किया और सुझाव लिए.

कोटपा एक्ट के तहत होगी प्रभावी कार्रवाई : कलेक्टर (Collector) ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को तम्बाकू मुक्त विद्यालय पहल कार्यक्रम अन्तर्गत विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजन करने, जिला अस्पताल में परामर्श केन्द्रों की स्थापना कर नशा रोगियों को निःशुल्क परामर्श देने, आईईसी मटेरियल के माध्यम से जन चेतना पैदा करने, कोटपा एक्ट के तहत सर्वे निरीक्षण, समझाईश चालान आदि की कार्यवाही करने के निर्देश दिए. ऐसे ही जिला औषधि नियंत्रक अधिकारी द्वारा समय-समय पर दवा दुकानों पर निरीक्षण कर नशीली दवाइयों की बिक्री पर रोक लगाने, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन कर नशा रोगियों को निःशुल्क सहायता, नशा रोगियों का चिह्नीकरण कर चिकित्सालयों, पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कर क्षमतावर्धन करने के निर्देश दिए.

अवैध नशा सामग्री विक्रेताओं की करें धरपकड़: कलेक्टर (Collector) ने पुलिस (Police) विभाग के सहयोग से को नशा मुक्ति परामर्श केन्द्र एवं एन.जी.ओ. के माध्यम से गांवों तथा कस्बों की पहचान कर जागरूकता शिविर का आयोजन करने के निर्देश दिए. अवैध नशे के कारोबार के विरूद्ध गोपनीय अभियान चलाकर कार्यवाही करने, नशे की सामग्री की तस्करी करने वालों की धरपकड़ करने, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान निषेध एवं शिक्षण संस्थाओं के 100 मीटर दायरे में सिगरेट, तंबाकू, गुटखा विक्रय पर प्रतिबंध लगाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए.

सोशल मीडिया (Media) पर चलेगा व्यापक अभियान: कलेक्टर (Collector) मीणा ने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहयोग से अभियान अन्तर्गत नशामुक्त उदयपुर (Udaipur) हेतु सोशल मीडिया (Media) पेज का निर्माण कर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने की बात कही. उन्होंने जन जागरूकता हेतु फलैक्स, होर्डिंग की विषयवस्तु और स्थान निर्धारित करने, अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु सोशल मीडिया (Media) स्ट्रेटजी का निर्माण करने के भी निर्देश दिए. ऐसे ही नेहरू युवा केन्द्र को युवा कार्यकर्ताओं का चिह्नीकरण कर अभियान में सम्मिलित करने को कहा.

बाल समूहों को देंगे प्रशिक्षण : कलेक्टर (Collector) मीणा ने इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं साथिनों को अभियान से अवगत कराने, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत बच्चों के अभिभावकों को नशे के विरूद्ध जागरूक करने, नशा मुक्ति अभियान से संबंधित पम्फलेट तथा ब्रोशर आदि का ग्रामीणों में वितरण करने, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत किए जाने वाले कार्यों में नशा मुक्ति अभियान की विषयवस्तु को भी सम्मिलित करने के निर्देश दिए. उन्होनें विद्यालयों में बाल समूहों का गठन कर, बाल समूहों को प्रशिक्षित कर समुदाय में नशे के विरुद्ध जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए.

स्कूलों और कॉलेजों में होंगी प्रतियोगिताएं : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक के के चंद्रवंशी ने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत विद्यालयों में अभियान से संबंधित निबंध, पेंटिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. ऐसे ही कॉलेज शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक महाविद्यालयों में नशा मुक्ति से संबंधित प्रशिक्षण, जागरूकता कार्यक्रम का प्रतिमाह आयोजन होगा. महाविद्यालयों में स्टूडेंट क्लब्स का गठन कर नशा मुक्ति विषय पर विचार गोष्ठियों का आयोजन भी किया जाएगा. साथ ही नशा मुक्ति विषय पर स्काउट एवं गाइड का क्षमतावर्धन करने का प्रयास भी किया जाएगा. ऐसे ही सभी वार्डों में जन प्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त कर जागरूकता व जन चेतना कार्यक्रम का आयोजन कर अभियान में जनसहभागिता प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा.

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