Tuesday , 21 March 2023

Jaipur राजस्थान में ‘कोरोना’ जैसा वायरस, बच्चे ज्यादा शिकार:12-15 दिन तक नहीं जा रही खांसी, फेफड़ों में भी फैल रहा इंफेक्शन

राजस्थान ही नहीं देशभर में H3N2 नाम के वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आ रहे हैं, उन्हें ठीक होने में 10 से 12 दिन तक लग रहे हैं. 7% बच्चों को तो कंडीशन बिगड़ने पर ICU तक में भर्ती करना पड़ रहा है. वायरस फ्लू श्रेणी का है, लेकिन इसका असर कोरोना की तरह देखा जा रहा है. यानी बुखार के साथ फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहा है.

एक्सपट्‌र्स ने बताया कि ओपीडी में आने वाला हर तीसरा या चौथा मरीज H3N2 या इससे मिलते-जुलते वायरस की चपेट में आ रहा है. मरीज के तेज बुखार के बाद लंबे समय तक खांसी चलने की शिकायत ज्यादा आ रही है.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर Jaipur में जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. पुनीत सक्सेना ने बताया कि यहां ओपीडी में हर तीसरा-चौथा मरीज तेज खांसी-बुखार की शिकायत लेकर आ रहा है. इसमें ज्यादातर मामले H3N2 के अलावा इससे मिलने अपर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (URI), एडिनोवायरस, पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस के हैं.

ये वायरस मौसम में बदलाव के साथ एक्टिव होते हैं और तेजी से स्प्रैड हो रहे हैं. इसमें बुखार सामान्यत: 3-4 दिन रहता है, लेकिन कुछ केस में 6-7 दिन में भी बुखार ठीक नहीं हो रहा. हालांकि राहत की बात ये कि जितने भी मरीज इन वायरस की चपेट में आ रहे हैं, उसमें 95 फीसदी केस हल्के लक्षण वाले यानी सीवियर नहीं हैं. हालांकि कुछ मरीजों में निमोनिया जैसी कंडीशन बन रही है.

बुखार टूटने के बाद लंग्स पर असर, सूखी खांसी बन रही मुसीबत
डॉक्टर सक्सेना के मुताबिक इन वायरस की चपेट में आने वाले मरीजों में बुखार टूटने के बाद खांसी शुरू होती है और ये लंबे समय तक रहती है. खांसी काफी तेज होती है और ये ठीक होने में 10 से 12 तक ले रही है. इन दिनों देखने को मिल रहा है कि कई मरीजों में खांसी 3 सप्ताह में भी पूरी तरह खत्म नहीं हो रही.

कई मरीजों में निमोनिया की कंडीशन बन रही
डॉक्टरों का कहना है कि H3N2 वायरस के संक्रमित हो रहे कुछ मरीजों में लंग्स में ज्यादा इंफेक्शन फैल रहा है. इससे निमोनिया होने की भी कंडीशन बन रही है. अक्सर बुजुर्ग या छोटे बच्चों में केस ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की भी नौबत आ रही है.

आखिर H3N2 वायरस क्या है?
H3N2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जिसे इन्फ्लूएंजा ए वायरस कहा जाता है. यह एक सांस रिलेटेड वायरल इन्फेक्शन है जो हर साल बीमारियों का कारण बनता है. इन्फ्लूएंजा ए वायरस का सबटाइप है जिसकी खोज 1968 में हुई थी.

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