उदयपुर . उदयपुर से 35 किमी दूर उदयपुर-अहमदाबाद Ahmedabad हाईवे स्थित शक्तिपीठ जावर माता मंदिर में नवमी के उपलक्ष्य में गुरुवार को मेला भरा. जहां करीब 25 फीट ऊंचे सेमल के पेड़ पर बांधे गए नेजा को उतारने की अनूठी रस्म निभाई गई. नेजा उतारने के लिए पुरुषों में एक के बाद पेड़ पर चढ़ने की जबर्दस्त होड़ मची थी. पेड़ पर चढ़ने वाले पुरुषों की अन्य पुरुष टांक खिचाई करके उन्हें वापस नीचे खींच रहे थे.
चारों तरफ हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुषों की खचाखच भीड़ इस रस्म अदायगी को देखने यहां पहुंची. करीब 1 घंटे तक चली इस रस्म में पड़ालिया फला के प्रकाश पिता पाचा मीणा नेजा उतराने में सफल रहे. इस रस्म में टीड़ी के गढ़ फला, वाडा फला, पाड़लिया क्षेत्र के पुरुषों ने भाग लिया.

नेजा रस्म की शुरुआत में महिलाएं बांस की पतली डंडी से गेर नृत्य करती हुईं पुरुषों मारती हैं. ये महिलाएं पुरुषों को परंपरा अनुसार 6 बार डंडी से मारते हुए पेड़ पर चढ़ने से रोकती हैं. इसके बाद वे दूर हट जाती हैं. फिर पुरुषों में आपस में एक-दूसरे को टांग खिंचाई का क्रम शुरू होता है जो एक कॉम्पिटिशन की तरह चलता है.
दरअसल, ऐसी मान्यता है कि जिनकी मन्नत पूरी होती है वे महिलाएं लाल कपड़े में पैसे, गुड़ और नारियल आदि बांधती है. उस लाल कपड़े का गठ्ठर बनाकर पेड़ की शाखाओं पर लटकाया जाता है फिर इसे नेजा रस्म के तहत सबसे पहले पेड़ पर चढ़ने वाले पुरुष द्वारा उतारा जाता है. इस दौरान यहां पेड़ पर कुल 125 नेजा बांधे गए थे.