वित्त वर्ष 2023-24 में अदाणी इंटरप्राइजेज का मजबूत प्रदर्शन

नई दिल्ली, 2 मई . अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने गुरुवार को जारी वित्तीय परिणामों में बताया कि इनक्युबेटिंग कारोबार के अच्छे प्रदर्शन के दम पर वित्त वर्ष 2023-24 में उसका समग्र ईबीआईडीटीए 32 प्रतिशत बढ़कर 13,237 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि कर पूर्व लाभ 56 फीसदी की वृद्धि के साथ 5,640 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (अनिल) इकोसिस्टम के हवाई अड्डों और सड़कों जैसे उभरते हुए कोर बुनियादी ढांचा कारोबार के परिचालन प्रदर्शन में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है.

कंपनी ने बताया कि ओवरऑल ईबीआईटीडीए में वित्त वर्ष 2023-24 में 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. वित्त वर्ष 2022-23 में इसमें 40 फीसदी की वृद्धि हुई थी.

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, “अदाणी इंटरप्राइजेज ने एक बार फिर न सिर्फ देश के प्रमुख बिजनेस इनक्यूबेटर के रूप में, बल्कि बुनियादी ढांचा विकास में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में अपनी स्थिति की पुष्टि की है.”

उन्होंने कहा, “एईएल के इनक्यूबेशन के मजबूत विकास मॉडल के कारण परिचालन और संगठन के स्तर पर उत्कृष्टता सुनिश्चित हुई है. ऊंची रेटिंग और पूरी तरह से वित्त पोषित विकास से इसे समर्थन मिला है. परियोजना प्रबंधन और परिचालन में उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता ने नये वैश्विक मानक स्थापित करने जारी रखे हैं. इससे हमारे हितधारकों के लिए टिकाऊ दीर्घकालीन मूल्य सृजन सुनिश्चित हुआ है.”

गत 31 मार्च को समाप्त पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में एईएल का ईबीआईटीडीए 3,646 करोड़ रुपये रहा था जबकि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में यह 3,974 करोड़ रुपये था. इस दौरान कंपनी का तिमाही कर पूर्व लाभ भी एक साल पहले के 1,544 करोड़ रुपये की तुलना में 1,322 करोड़ रुपये रहा.

वित्त वर्ष 2023-24 में अनिल इकोसिस्टम का ईबीआईटीडीए 4.6 गुणा बढ़कर 2,296 करोड़ रुपये हो गया. इसके सौर विनिर्माण विभाग ने वित्त वर्ष के दौरान दो गीगावाट के देश के पहले बड़े आकार के मोनोक्रिटलाइन इनगॉट एंड वेफर यूनिट को कमीशन किया. इस दौरान कच्छ कॉपर लिमिटेड के कॉपर यूनिट ने 500 केटीपीए की नयी कॉपर रिफाइनिंग परियोजना में उत्पादन शुरू किया. इससे अदाणी की बड़ी परियोजनाओं को रिकॉर्ड समय में तैयार करने की क्षमता परिलक्षित होती है.

पिछले वित्त वर्ष में अदाणी एयरपोर्ट्स ने लखनऊ हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के पहले चरण का उद्घाटन किया और अदाणीकोनेक्स का ऑर्डर बुक 112 मेगावाट से बढ़कर 210 मेगावाट पर पहुंच गया.

एईएल के रणनीतिक कारोबार को अगला चरण हरित हाइड्रोजन इकोसिस्टम, हवाई अड्डा प्रबंधन, डाटा सेंटर, सड़कों और कॉपर तथा पेट्रोकेम जैसे प्राथमिक उद्योगों पर केंद्रित है.

एकेजे/