पद्म भूषण सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए मनोनीत, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में बनाई है अलग पहचान (लीड-1)

नई दिल्ली, 8 मार्च . इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी, मशहूर लेखिका और समाजसेविका सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की. इसके साथ ही उन्होंने इसे नारी शक्ति का प्रमाण बताया.

सुधा मूर्ति देश की जानी-मानी शिक्षिका होने के साथ-साथ लेखिका भी हैं. इसके अलावा वह इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष भी हैं. वरिष्ठ लेखिका और समाजसेविका सुधा मूर्ति को साल 2023 में राष्ट्रपति ने उनके सामाजिक कार्यों के लिए पद्म भूषण से नवाजा था.

इसके पहले उन्हें साल 2006 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. सुधा मूर्ति को कन्नड़ और अंग्रेजी में उनके साहित्यिक योगदान के लिए जाना जाता है.

उन्होंने विभिन्न शैलियों में 30 से अधिक किताबें लिखी हैं. सुधा मूर्ति के दो बच्चे हैं, बेटी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन में रहने वाली भारतीय फैशन डिजाइनर हैं और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं. वहीं, बेटा रोहन मूर्ति, क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के संस्थापक हैं.

पीएम मोदी ने महिला दिवस के मौके पर शुक्रवार को अपने पोस्ट में कहा, ”मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. सुधा जी का सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है.”

उन्होंने आगे लिखा, ”राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी ‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है. मैं उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं.”

एसके/