इस बार का वोट श्रीकृष्ण के लिए : मोहन यादव

बैतूल/देवास/राजगढ़, 28 अप्रैल . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि वर्ष 2019 में वोट अयोध्या में श्रीराम के मंदिर के लिए था और इस बार का वोट श्रीकृष्ण के लिए है.

राज्य के बैतूल, देवास और राजगढ़ संसदीय क्षेत्रों में आयोजित जनसभाओं में डाॅ. यादव ने कहा, वर्ष 2014 में पहली बार देशवासियों का वोट नरेंद्र मोदी को मिला तो देश से आतंकवाद खत्म हो गया. इसके बाद वर्ष 2019 में दोबारा वोट दिया तो भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई और अब वे अपने गर्भगृह में मुस्कुरा रहे हैं. इस बार का वोट मथुरा को जाना चाहिए. अब भगवान श्रीकृष्ण भी मुस्कुराने वाले हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार को 100 दिन का समय मिला और इन 100 दिनों में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. एक तरफ जहां भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है तो वहीं अब आने वाले समय में मध्य प्रदेश की धरती पर जहां-जहां भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े, उन प्रत्येक स्थानों को तीर्थ स्थल बनाएंगे.

उन्होंने आगे कहा कि इस बार का चुनाव देश में सुशासन, उन्नति, प्रगति लाने के साथ ही देश से अत्याचार, आतंकवाद, नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने का चुनाव है. यह चुनाव मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण को मुस्कान देने का चुनाव है. कांग्रेस पार्टी ने तो भगवान श्रीराम के आमंत्रण को भी ठुकरा दिया था और अब देश की जनता कांग्रेस को ही ठुकरा देगी. कांग्रेस के मिस्टर बंटाढार तो आतंकवादियों को भी जी कहकर संबोधित करते हैं. ये देशभक्त तो नहीं हो सकते हैं.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जिस तरह से शिशुपाल की 100 गलतियों के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने सुदर्शन चक्र से उसका अंत किया था. उसी प्रकार अब देश से कांग्रेस पार्टी के अंत करने का भी समय आ गया है. कांग्रेस पार्टी ने देश की आजादी से लेकर अब तक कई महापाप किए हैं. सबसे पहले तो कांग्रेस ने देश का बंटवारा करने का कलंक अपने माथे पर लिया था. उसके बाद देश के आदिवासियों, दलितों, गरीबों के साथ कई अत्याचार करने का महापाप भी कांग्रेस ने किया था. आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस पार्टी ने वर्षों देश की सत्ता पर राज किया, लेकिन वे भगवान श्रीराम को गर्भगृह में विराजमान नहीं करवा पाए.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भगवान श्री राम के अस्तित्व का पूछ रही है. देश के बच्चे-बच्चे को पता है कि भगवान श्रीराम का जन्म कहां हुआ था, लेकिन कांग्रेस के लोगों को यह नहीं पता है कि भगवान श्रीराम का जन्म कहां हुआ था. वे उनका अस्तित्व पूछ रहे हैं. अयोध्या के श्रीराम मंदिर के मामले में जब सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया तो देश के क्या हिन्दू, क्या मुसलमान सभी ने उसे स्वीकार किया, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज्यादा अड़ंगे लगाए. उनके मिस्टर बंटाढार ने तो कई उलटी-सीधी बयानबाजी की.

एसएनपी/एसजीके