New Delhi, 10 सितंबर . संतरे का मीठा और रसीला स्वाद हर किसी को पसंद आता है, लेकिन खाने के बाद जो हिस्सा सबसे पहले कूड़ेदान में फेंका जाता है, वो है छिलका. जिस छिलके को आमतौर पर लोग बेकार समझकर फेंक देते हैं, वो असल में आयुर्वेद और विज्ञान की नजर में सेहत का खजाना है. संतरे के छिलके में कई ऐसे गुण होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं.
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, संतरे के छिलके में विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है. यह स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद है. अगर चेहरे पर दाग-धब्बे, मुंहासे या झाइयां हैं, तो संतरे के सूखे छिलकों का पाउडर बनाकर उसका फेसपैक लगाने से त्वचा निखर जाती है और दमकने लगती है.
संतरे के छिलके में पाए जाने वाले फ्लैवोनॉइड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स हमारे दिल की सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं. ये शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं. इससे दिल की धड़कनें ठीक रहती हैं और हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है.
अगर किसी को डायबिटीज है, तो संतरे के छिलके का सेवन उनके लिए भी मददगार हो सकता है. इसमें मौजूद नेचुरल तत्व ब्लड शुगर को संतुलित करने में मदद करते हैं.
संतरे का छिलका पेट के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है. यह पाचन तंत्र को सुधारता है और गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं को दूर करता है. अगर किसी का पेट बार-बार फूलता है या खाने के बाद भारीपन महसूस होता है, तो संतरे के छिलके की चाय बनाकर पीना एक अच्छा घरेलू इलाज हो सकता है. इसके लिए बस छिलकों को सुखाकर पानी में उबाल लें और थोड़ी सी शहद मिलाकर पी लें.
संतरे का छिलका मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी असरदार है. कुछ शोधों में पाया गया है कि संतरे की खुशबू डिप्रेशन और चिंता को दूर करने में सहायक होती है. कई लोग इसकी सुगंध को अपने घर या दफ्तर में फैलाते हैं ताकि वातावरण सुकून भरा बना रहे.
वहीं, इसका पाउडर दांतों के लिए लाभकारी है. इसको दांतों पर हल्के से रगड़ने से दांत सफेद होते हैं और सांस की दुर्गंध दूर होती है.
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पीके/एबीएम