ग्वालियर (Gwalior) .भारत सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस पर मिलने वाले राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार की सूची जारी की गई, इस सूची में कुल 205 वीरों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इनमें से कुल 7 आईपीएस है, जिनमें से मध्य प्रदेश के 2 आईपीएस अरविंद सक्सैना तथा धर्मवीर सिंह यादव को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है. यह दोनों अधिकारी अपनी भोपाल (Bhopal) तैनाती के दौरान 2012 से 2017 के बीच कई गंभीर घटनाओं का अपनी सूझबूझ से जनहित में सामना करते हुए भोपाल (Bhopal) में शांति एवं अमन चैन बनाए रखने का प्रयास किया, जिसमें वे सफल हुए.
शांतिपूर्ण ढंग से भोपाल (Bhopal) को ज्वालामुखी आग से बचाया हुए वीरता से अपने पुलिस (Police) बल के साथ भोपाल (Bhopal) में शांति बनाए रखने में एक सार्थक पहल की. सबसे महत्वपूर्ण गंभीर हिंसक घटना मई 2017 की बताई जाती है जो हमीदिया हॉस्पिटल प्रांगण में एक विवादित स्थल को लेकर दो समुदायों में संघर्ष होते हुए बच गया. उस समय दोनों अधिकारियों का पुलिस (Police) बल को निर्देशन नहीं होता तो भोपाल (Bhopal) में 15 से अधिक लोगों की इस हिंसक घटना में मौत हो सकती थी. अपनी जान की बाजी लगाकर सक्सेना ने पुलिस (Police) बल तथा अन्य पुलिस (Police) अधिकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए जिस सूझबूझ से इसका सामना किया गया उसकी आत्मीय प्रशंसा की जाती रही है. क्योंकि इनके कार्यकाल में कभी भी भोपाल (Bhopal) में हिंसक घटनाओं के दौरान कर्फ्यू नहीं लगा.