
अजमेर . रिश्वत मांगने के मामले में एसओजी की बर्खास्त एएसपी दिव्या मित्तल के खिलाफ एसीबी ने गुरुवार को एसीबी अदालत में साढ़े ग्यारह हजार पृष्ठों का चालान पेश किया है. इसे फिलहाल जांच में रखा गया है. मामले की शुक्रवार को फिर सुनवाई होगी. एसीबी को प्रकरण में फरार बर्खास्त कांस्टेबल सुमित की तलाश है. वहीं दिव्या गिरफ्तारी के बाद 16 जनवरी से जेल में है.
एसीबी कोर्ट के सहायक निदेशक अभियोजन सत्यनारायण चितारा ने बताया कि आरोपित दिव्या के खिलाफ दलाल के मार्फत दो करोड़ की रिश्वत मांगने के आरोप हैं. उसने हरिद्वार की एक फर्म के मालिक को जांच में लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से यह राशि मांगी थी.
चितारा के अनुसार चालान पेश करने की तय अवधि 60 दिन होती है. यह शुक्रवार को पूरी हो रही थी. इससे एक दिन पहले ही अदालत में चालान पेश कर दिया गया है. आरोपित सुमित पकड़ से बाहर है लिहाजा उसके खिलाफ जांच लंबित रखी गई है. एसीबी के अधिकारी मांगीलाल चौधरी ने अभियोजन पक्ष के जरिए दिव्या के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7 व भादंस की धारा 201 व 385 के तहत चालान पेश किया है.