नई दिल्ली, 15 जून . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान देश के कोने-कोने से आम नागरिकों ने भारतीय सेना के नाम भावनाओं से भरे पत्र भेजे हैं. इन पत्रों में देशवासियों ने सेना के प्रति अपना अटूट समर्थन, गहरा सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त की है. अलग स्थानों व प्रदेशों से भेजे गए ये पत्र न केवल सेना के साहसिक अभियानों की सराहना करते हैं, बल्कि इन पत्रों में भारतीय नागरिकों की राष्ट्रीय भावना, एकता और सेना के प्रति विश्वास की गूंज सुनाई देती है.
सेना के कुछ अधिकारियों का कहना है कि इन पत्रों को पढ़कर सारी थकान मिट जाती है. एहसास होता है कि हमारे साथ समस्त देशवासी खड़े हैं. इन पत्रों में पूर्व सैनिकों का समर्पण, युवाओं के जोश से लेकर बुजुर्गों के हाथों से लिखे भावुक शब्द शामिल हैं. किसी ने लिखा, “आप हमारे लिए दीवार बनकर खड़े हैं, हम आपके लिए हमेशा प्रार्थना करते हैं.” किसी ने अपने पत्र में कहा, ”आपकी वर्दी हमारे गौरव का प्रतीक है.”
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निहत्थे व निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी. इसके बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया, जिसके तहत पाकिस्तान के भीतर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया.
भारतीय सेना के इस हमले में सौ से अधिक आतंकवादियों की मौत हुई. वहीं, पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों को अपना निशाना बनाने की कोशिश की.
इसका करारा जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस और एयर डिफेंस सिस्टम नष्ट कर दिए. भारतीय सेना की इस वीरतापूर्ण कार्रवाई को लेकर देश भर से सेना को पत्र भेजे गए. इन पत्रों को विभिन्न माध्यमों जैसे- डाक, ईमेल, सोशल मीडिया और कई स्कूलों व चैरिटेबल संस्थानों ने अधिकारियों तक पहुंचाया है. अब सेना ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इन पत्रों को साझा करते हुए प्रतिक्रिया दी है.
भारतीय सेना ने नागरिकों के प्रयासों का सम्मान करते हुए कहा, “हम भारतवासियों के इस प्रेम और विश्वास के लिए आभारी हैं. यह हमें हर पल अपने कर्तव्य के प्रति और भी समर्पित करता है.”
सेना का कहना है कि यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान आम नागरिकों द्वारा लिखे गए भावनात्मक पत्रों का एक संकलन है. इसमें भारतीय सेना के प्रति लोगों का अटूट समर्थन, गहरा सम्मान और कृतज्ञता झलकती है. सेना ने देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए कहा कि इन पत्रों के शब्दों में गर्व, दृढ़ता और वीरता की वह अमर भावना प्रतिध्वनित होती है, जो हम सभी को निरंतर प्रेरणा देती है. भारतीय सेना सदैव राष्ट्र की सेवा में, सम्मान और समर्पण के साथ जुटी हुई है.
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जीसीबी/डीएससी