पटना, 12 जून . बिहार की राजधानी पटना में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भ्रष्टाचार और अवैध लेन-देन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. गुरुवार को ईडी की टीम ने सामान्य प्रशासन विभाग में संविदा पर कार्यरत अंडर सेक्रेटरी विनोद कुमार सिंह के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की. गोला रोड स्थित उनके आवास और फॉर्म हाउस सहित पटना में कुल छह स्थानों पर यह छापेमारी की गई.
मिली जानकारी के मुताबिक, विनोद कुमार सिंह पर गंभीर आरोप हैं कि वह रिशु श्री नामक व्यक्ति के इशारे पर सामान्य प्रशासन विभाग के जरिए छोटे कर्मचारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग में अनियमितता कर रहे थे. यह ट्रांसफर-पोस्टिंग का ‘सिंडिकेट’ लंबे समय से सक्रिय था, जिसमें बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन की बात सामने आई है. ईडी को संदेह है कि इस रैकेट में लाखों रुपए की हेराफेरी हुई है, जिसके पीछे संगठित भ्रष्टाचार का नेटवर्क काम कर रहा था.
ईडी की यह कार्रवाई ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी एक व्यापक जांच का हिस्सा है. छापेमारी के दौरान ईडी ने विनोद कुमार सिंह के आवास और अन्य ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं. सूत्रों का कहना है कि इन दस्तावेजों में ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़े लेन-देन के सबूत हो सकते हैं, जो जांच को नई दिशा दे सकते हैं.
फिलहाल, ईडी की टीमें जब्त दस्तावेजों की गहन जांच कर रही हैं. जल्द ही विनोद कुमार सिंह और अन्य संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा सकती है. जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस सिंडिकेट में और कौन-कौन लोग शामिल थे और क्या इसमें विभाग के अन्य अधिकारी या बाहरी लोग भी संलिप्त हैं.
विनोद कुमार सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा मानी जा रही है. स्थानीय प्रशासन और सामान्य प्रशासन विभाग में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है. कई कर्मचारी और अधिकारी इस मामले को लेकर सतर्क हो गए हैं, क्योंकि ईडी की जांच का दायरा बढ़ने की संभावना है. बिहार में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन इस बार ईडी की सख्ती से इस रैकेट के पर्दाफाश होने की उम्मीद जताई जा रही है.
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एकेएस/एकेजे