नहीं थमेगा भाजपा की जीत का सिलसिला : जेपी नड्डा

नई दिल्ली, 17 फरवरी . देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में भाजपा का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए हैं.

इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में कहा कि ये हम सब के लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि हम भाजपा राष्ट्रीय अधिवेशन के चश्मदीद गवाह बन रहे हैं. आज एक माहौल में हम एकत्र हुए हैं, जहां हमें पीछे भी जीत दिखी है और आगे भी जीत मिलेगी. आज हम सब के बीच में हमारे नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जिन्होंने देश को, पार्टी को, समाज को नेतृत्व प्रदान कर राजनीति में नया आयाम स्थापित किया. मैं अपने प्रधानमंत्री का स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं.

उन्होंने आगे कहा कि यह हम सबके लिए सौभाग्य की बात है कि हम भाजपा राष्ट्रीय अधिवेशन 2024 के प्रत्यक्षदर्शी बन रहे हैं. हमने अतीत में भी जीत देखी है, और हम भविष्य में भी जीत देखेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व ने देश की राजनीति, पार्टी और समाज में एक नया आयाम स्थापित किया. उन्होंने कहा देश के प्रधान सेवक, जो देश के प्रशासन के कामों में पूर्णतया व्यस्त रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद पार्टी उनकी प्राथमिकता है और वो पार्टी के लिए हमेशा खड़े रहे हैं. पार्टी कैसे आगे बढ़ेगी, हम किस प्रकार से पार्टी को आगे बढ़ा सकते हैं, प्रधानमंत्री पल-पल इस बात की चिंता करते हैं.

उन्होंने कहा कि 7 दशक के भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के इतिहास में हमने हर कालखंड देखा है. हमने संघर्ष का काल देखा है, हमने उपेक्षा का काल देखा है, जमानत बचाने के लिए चुनाव लड़ने वाला काल देखा है, हमने आपातकाल देखा है, चुनाव में हारने और जीतने का काल भी देखा है. लेकिन हमें इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछला दशक जो गुजरा, वो उपलब्धियों से भरा हुआ है. आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है. 2014 से पहले हमारी सिर्फ 5 प्रदेशों में सरकारें थी और लंबे समय तक हम 5-6 पर रूके हुए थे. 2014 के बाद, आज 17 प्रदेशों में एनडीए की सरकारें हैं और 12 प्रदेशों में विशुद्ध भाजपा की सरकार है.

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले लोग हमारा उपहास करते थे, कहते थे कि साहब तो आप पूरी सरकार बनाएंगे, वो सोचते थे कि ये संभव नहीं है. लेकिन 2014 में हमारी सरकार बनी और 2019 में फिर से हमारी सरकार बनी. तीस साल बाद 2014 में देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी. आज हम गर्व के साथ कहते हैं कि हमारी पार्टी के नेताओं की कड़ी मेहनत और प्रयासों ने हमारे अधिवेशन को ‘महाअधिवेशन’ में बदल दिया है!

जेपी नड्डा ने आगे कहा कि पार्टी ने लंबी वैचारिक यात्रा भी पूरी की है. भाजपा अकेली ऐसी पार्टी है, जिसने 1951 में जो कहा 2023-24 में भी उसी बात पर टिकी रही. कोई राजनीतिक पार्टी ऐसी नहीं है, जिसका वैचारिक अधिष्ठान टिका रहा हो. ऐसे में राजनीतिक कारणों से जो ‘महिला आरक्षण बिल’ 3 दशकों से पास नहीं हो पाया था, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वही नारी शक्ति वंदन अधिनियम मात्र 3 दिन में पास हो गया.

जेपी नड्डा ने आगे कहा कि हमने वो भी समय देखा, जब 1989 में पालमपुर में राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था और वहां पास हुआ था कि हम राम मंदिर निर्माण के लिए सभी संभावनाओं की तलाश करेंगे. कुछ लोगों ने हमारा उपहास किया कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे. राम मंदिर का निर्माण हुआ, 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की, विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा आप आए नहीं ये आपके कर्म थे.

जेपी नड्डा ने कहा प्रधान मंत्री मोदी ने हमारे देश की राजनीति की संस्कृति को चुनौती दी है और बदल दी है. आज, पीएम मोदी का शानदार नेतृत्व ‘ज्ञान’ (गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी शक्ति) को अपने फोकस में सबसे आगे रखकर देश में समृद्धि सुनिश्चित कर रहा है.

उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि जीवनभर ताकत लगाकर एक विशालकाय पार्टी बनाने में लालकृष्ण आडवाणी ने अहम योगदान दिया. इसके अलावा एक लंबा राजनीतिक, सार्वजनिक जीवन जिस सुचिता के साथ जिया, वो हम सब के लिए उदाहरण है. भारत के गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री के तौर पर जो उन्होंने देश की सेवा की, वो भी हमें याद है. ऐसे वरिष्ठतम नेता को ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया, उसके लिए मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं.

उन्होंने कहा कि मुझे अपने कार्यकर्ताओं की ताकत और क्षमताओं पर दृढ़ विश्वास है. हमें अपने बूथों को और मजबूत बनाना है. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देनी चाहिए कि इस बार हम 400 का आंकड़ा पार कर जाएं.

जीकेटी/