पाकिस्तान में महिला आकाओं के साथ रक्षा संबंधी जानकारी साझा करने के आरोप में राजस्थान में युवक गिरफ्तार

जयपुर, 14 मार्च . राजस्थान पुलिस की खुफिया टीम ने गुरुवार को आनंद राज सिंह नाम के एक युवक को रणनीतिक महत्व की रक्षा जानकारी जुटाने और उसे सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के खुफिया तंत्र से जुड़ीं तीन महिला हैंडलर्स के साथ साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया.

अधिकारियों ने बताया कि आरोपी नागरिक सूरतगढ़ आर्मी कैंट के बाहर एक वर्दी की दुकान चलाता था.

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा की जा रही जासूसी गतिविधियों पर राजस्थान इंटेलिजेंस द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है. एकत्र की गई खुफिया जानकारी से पता चला कि सूरतगढ़ आर्मी कैंट के बाहर वर्दी की दुकान चलाने वाला आनंद राज नाम का युवक सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी खुफिया तंत्र की तीन महिला संचालकों के साथ लगातार संपर्क में था.

अग्रवाल ने कहा कि आनंद राज सेना परिसर के पास अपने वर्दी स्टोर के जरिए सैन्यकर्मियों के संपर्क में था. जब इंटेलिजेंस की जयपुर टीम द्वारा आनंद राज की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी गई तो पता चला कि वह सामरिक महत्व की सूचनाएं जुटाकर तीन महिला हैंडलर्स को भेज रहा था.

दरअसल, आनंद राज कुछ समय से वर्दी की दुकान छोड़कर बहरोड़ की एक फैक्ट्री में काम कर रहा था. इस दौरान भी वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला हैंडलर्स के साथ लगातार संपर्क में था और उसे अपने स्रोतों से सेना की महत्वपूर्ण और गोपनीय जानकारी मिल रही थी, जिसे वह महिला पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा करता था. गोपनीय सूचनाएं भेजने के बदले में उसने पैसों की भी मांग की.

पाकिस्तानी खुफिया जानकारी सैन्यकर्मियों के साथ-साथ परिसर के आसपास काम करने वाले नागरिकों को निशाना बनाकर भारतीय सेना के बारे में गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश करती रहती है. इसके लिए भारतीय मोबाइल नंबरों पर संचालित सोशल मीडिया अकाउंट का इस्तेमाल महिला हैंडलर्स द्वारा किया जाता है जो सैन्यकर्मियों और सेना के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों को हनीट्रैप में फंसाती हैं.

अपर महानिदेशक अग्रवाल ने बताया कि जब आनंद राज की गतिविधियों पर संदेह हुआ तो सभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ कर तकनीकी जानकारी हासिल की गई. पूछताछ के बाद मिले सबूतों और उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन के तकनीकी विश्‍लेषण के आधार पर राज के खिलाफ विशेष पुलिस स्टेशन, जयपुर में राज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.