अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड खाकर भी रह सकते हैं हेल्दी, बस करना है ये काम

नई दिल्ली, 6 सितंबर . अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ हर जगह मौजूद हैं. इसके खाने के शौकीन भी आपको हर जगह मिल जाएंगे. लेकिन, क्या आप जानते हैं जो अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य सेहत के लिए हानिकारक होते हैं. उन्हें खाकर भी सेहतमंद रहा जा सकता है. आज आपको उनके बारे में विस्तार से बताते हैं.

दरअसल, ये खाद्य पदार्थ अक्सर जल्दी तैयार हो जाते हैं. इनकी लाइफ लंबी होती है, इन्हें पोर्टेबल बनाया जाता है और इनमें अक्सर बहुत अधिक कैलोरी, खराब फैट, कार्बोहाइड्रेट और सोडियम शामिल होते हैं. हालांकि, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ में कुछ बदलाव करके आप उनसे होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं.

अगर आप बाहर से अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड खरीदते हैं तो कोशिश करें कि उसके साथ थोड़ा सलाद का इस्तेमाल करें. अक्सर रेडीमेड खाने में सब्जियां बहुत अधिक नहीं होती हैं, इसलिए उस खाने में सलाद या फिर सब्जियों का इस्तेमाल करके खाएं, जो पूरे खाने को कम प्रोसेस्ड बनाता है.

एक्सपर्ट्स की मानें तो अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स के लिए होने वाले क्रेविंग्स को समझना और उसे नियंत्रित करना भी जरूरी है. अगर आप बाहर जाते हैं तो चिप्स या किसी ऐसे अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स की खुशबू आकर्षित करती है तो इससे बचने की कोशिश करें और किसी दूसरे रास्ते से चले जाएं. इस दौरान आपको आइसक्रीम, सॉस, बिस्किट, इंस्टेंट सूप, चॉकलेट, केक, सॉसेज, फल दही, चिकन जैसे अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स को खाने से बचना चाहिए.

ऐसी धारणा है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स को खरीदना खाना पकाने से सस्ता होता है. इसलिए लोग समय बचाने के लिए अधिक अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स को तवज्जो देते हैं. हालांकि, बीमारियों से बचने के लिए ऐसे फूड प्रोडक्ट्स से थोड़ी दूरी बना लेना बेहतर होता है. फिर घर की रसोई तो है ही! जिसमें कुछ फ्रेश पकाकर रिफ्रेश और हेल्दी रह सकते हैं. ओवर मंचिंग से बचने की कोशिश सेहत के लिए नेमत साबित हो सकती है.

एफएम/केआर