झारखंड की सिंहभूम लोकसभा सीट पर महिला बनाम महिला की लड़ाई

सिंहभूम, 13 अप्रैल . इंडी गठबंधन के लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा किए जाने के बाद झारखंड के सिंहभूम में भी चुनावी पारा चढ़ने लगा है. पिछले 20 दिनों से भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा अकेले चुनाव प्रचार में जुटी हुई थीं. लेकिन, शनिवार से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भी चुनावी मोड में आ गई.

सिंहभूम संसदीय सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान होना है. 18 अप्रैल से नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. शनिवार को झारखंड सरकार के मंत्री और चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा के सरनाडीह स्थित कार्यालय में जिला कमेटी की बैठक हुई, जिसमें 21 अप्रैल को रांची के हटिया में आहूत ‘उलगुलान महारैली’ और 23 अप्रैल को महागठबंधन की प्रत्याशी जोबा माझी के नॉमिनेशन और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की गई.

बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री दीपक बिरूवा ने कहा कि सिंहभूम में महिला का मुकाबला महिला से होगा. पिछली बार भी चुनाव गठबंधन ने ही जीता था, इस बार भी गठबंधन ही चुनाव जीतेगा. पिछली बार हम सबने मिलकर गीता कोड़ा को जिताया था, लेकिन, इस बार यहां के लोग उन्हें हराने का मन बना चुके हैं.

मंत्री दीपक बिरूवा ने कहा कि चक्रधरपुर में 10-12 हजार उरांव है, इसके बावजूद जनता ने सुखराम उरांव को दो बार विधायक चुना. मनोहरपुर में भी संथाल समुदाय के लोग ज्यादा नहीं हैं, इसके बावजूद जोबा माझी पांच बार विधायक बनीं. सुखराम उरांव झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष हैं. भाजपा और आरएसएस सामाजिक ताने-बाने को तोड़ रही है.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष और चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि हो बहुल क्षेत्र से मंत्री दीपक बिरूवा प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उरांव की संख्या कम है. लेकिन, जिला का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है. संथाल समाज से लोकसभा के लिए प्रत्याशी दिया गया है. इस तरह सारा समीकरण पूरा हो गया है.

बैठक में 21 अप्रैल को रांची में होने वाली इंडी गठबंधन की महारैली में पश्चिमी सिंहभूम जिले से ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं के शामिल होने के लिए रूपरेखा तैयार की गई.

एकेएस/एबीएम