नई दिल्ली, 3 अगस्त . ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान नई माताओं को विभिन्न तरह की स्थितियों से गुजरना पड़ता है, जिसमें धैर्य बनाए रखना बेहद जरूरी है. स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए कुछ खास तरह की जानकारी लेकर आ रहा है. आज हम स्तनपान कराने की सही पोजीशन के बारे में बात करेंगे, जो सभी माताओं के लिए अति आवश्यक है.
माताओं को हमेशा यह चिंता रहती है कि दूध पिलाते समय उनकी बच्चे की पोजीशन सही रहने के साथ यह जरूरी है कि उनका पेट अच्छे से भर सके. हर मां अपने बच्चे को बेहतर स्तनपान कराने के लिए हर वो चीज करती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद हो.
स्तनपान कराने की सही पोजीशन क्या है इस बारे में ने दिल्ली के सीके बिड़ला अस्पताल में प्रसूति एवं स्त्री रोग की प्रमुख कंसल्टेंट डॉ. तृप्ति रहेजा से बात की.
उन्होंने बताया, ”स्तनपान के दौरान सही पोजीशन का होना बहुत महत्वपूर्ण है. सामान्य स्थितियों (पोजिशन्स) में क्रैडल होल्ड, क्रॉस-क्रैडल होल्ड, और साइड-लाइंग पोजीशन शामिल हैं. क्रैडल होल्ड में, बच्चे के सिर को अपनी बांह से सहारा दें और सुनिश्चित करें कि उनका शरीर सही तरीके से अलाइन हो और अच्छी तरह से हाथ का सपोर्ट हो.”
डॉ. तृप्ति ने बताया, ”क्रॉस-क्रैडल होल्ड के लिए, बच्चे को अपनी बांह के मोड़ पर उसके सिर के साथ अपनी छाती पर रखें, यदि आवश्यक हो तो उसके सिर और शरीर को तकिये से सहारा दें. साइड-लाइंग पोजीशन में, बच्चे को अपनी ओर करके लेटें, बच्चे का मुंह आपकी तरफ हो, यह सुनिश्चित करें कि उन्हें तकिये का अच्छी तरह से सहारा मिला हुआ है और इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे का शरीर आपके शरीर की सीध में हो.
डॉ की राय है कि ”सही पोजीशन बेहतर स्तनपान कराने में मदद करती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए अनुभव को अधिक आरामदायक बना सकता है.” स्तनपान मां और बच्चे के बीच एक खास तरह का रिश्ता कायम करता है. डॉक्टरों की मानें तो मां का दूध बच्चे की विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ब्रेस्ट फीडिंग को मां बच्चे के रिश्ते को सेलिब्रेट करने और मां के दूध की अहमियत समझाने के लिए प्रत्येक वर्ष 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है.
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एमकेएस/केआर