विहिप ने रामनवमी पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की एनआईए जांच की मांग की

नई दिल्ली, 18 अप्रैल . विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने रामनवमी पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की कठोर निंदा करते हुए एनआईए से जांच कराने की मांग की है. इस हिंसा के खिलाफ विहिप राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन कर अपना ज्ञापन भी राज्य के राज्यपाल को सौंपेगा.

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने आरोप लगाया है कि यह हमला टीएमसी के संरक्षण में वहां के जिहादियों ने किया, जिसमें दर्जनों हिंदू घायल हुए और दसियों लोग अभी तक गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में पड़े हैं. हिंदू समाज की सुरक्षित और स्वाभिमान पूर्ण जीवन जीने को सुनिश्चित करने के लिए विहिप ने घटना के विरुद्ध राज्यव्यापी प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन देने का भी फैसला किया है.

डॉ. जैन ने कहा कि मुर्शिदाबाद में रामनवमी के पावन अवसर पर निकल रही शोभायात्रा पर जिहादियों का प्राण घातक हमला एक आतंकवादी घटना से कम नहीं है. घरों की छतों से पत्थर फेंके गए, शोभा यात्रा में शामिल हिंदुओं पर बम फेंके गए, तलवारों से हमला किया गया और घेर कर जान से मारने की कोशिश की गई. यह सब एक दिन की तैयारी से नहीं हो सकता था. हफ्तों से तैयारी चल रही होगी, जिसकी जानकारी टीएमसी और सरकार को ना हो, यह संभव नहीं है.

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी प्रत्येक सभा में शांति की अपील कर रही थी और रामनवमी पर दंगे की आशंका व्यक्त कर रही थी. वास्तव में वे इसकी आड़ में मुस्लिम समाज को भड़का रही थी. यात्राओं पर हमला करवाने के लिए यही काम उन्होंने पिछले वर्ष भी किया था, जब शांति की अपील करने के बाद भी 15 से अधिक यात्राओं पर हमले हुए थे.

विहिप नेता ने आगे कहा कि ऐसा लग रहा है कि बंगाल में हिंदू अपनी “मां-माटी-मानुष” तीनों को सुरक्षित नहीं रख सकता है. उसे अपनी यात्राओं के लिए उच्च न्यायालय की अनुमति लेनी पड़ती है. जिन स्थानों पर सरकार ने अनुमति दी भी उनमें से कई जगह वापस ले लिया गया. विश्व हिंदू परिषद हर संभव लोकतांत्रिक तरीके से इनका मुकाबला करेगा. वे उच्च न्यायालय जाकर इस आतंकी हमले की जांच एनआईए से करवाने की मांग करेंगे. इसमें प्रशासन की भी मिलीभगत है और वह अपने ही कारनामों की जांच नहीं कर सकता है.

उन्होंने आगे बताया कि विहिप प्रत्येक जिले में इस हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन देगा और राज्यपाल सहित सभी संवैधानिक अधिकारियों को इन सारे विषयों पर अवगत कराते हुए हिंदू समाज की सुरक्षित और स्वाभिमान पूर्ण जीवन जीने को सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा करेंगे.

एसटीपी/एबीएम