संयुक्त राष्ट्र, 14 अप्रैल . संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रविवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. इसमें ईरान द्वारा इजराइल पर किए जा रहे ड्रोन और मिसाइल हमले पर चर्चा की जाएगी. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मध्य पूर्व मेें तनाव बढ़ने पर चिंता जताई है.
शनिवार को ईरानी हमलों के कुछ ही मिनटों के भीतर, इज़राइल ने माल्टा की परिषद अध्यक्ष वैनेसा फ्रैज़ियर से बैठक बुलाने का आग्रह किया.
गुटेरेस ने कहा, “मैं इस्लामी गणतंत्र ईरान द्वारा इज़राइल पर किए गए हमले की निंदा करता हूं.”
उन्होंने कहा, “मैं सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करता हूं.”
ईरान ने कहा कि यह हमला 1 अप्रैल को सीरिया में उसके राजनयिक मिशन पर इजराइल के हमले का जवाब है. उस हमले में उसके दो जनरलों की मौत हो गई थी.
इज़राइल ने कहा कि ईरान ने शनिवार को लगभग 200 मिसाइलें और ड्रोन दागे, इनमें से अधिकांश को मार गिराया गया और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
तेहरान से संबंध रखने वाले हिजबुल्लाह की भी इजराइल के साथ झड़प हुई है.
गुटेरेस और फ्रेज़ियर को लिखे एक पत्र में, ईरान के स्थायी प्रतिनिधि अमीर सईद इरावानी ने कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अपने अधिकार का उपयोग कर रहा है.
एक्स पर एक पोस्ट में ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने यह भी कहा, “मामले को समाप्त माना जा सकता है.”
महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने क्षेत्र में तनाव बढ़ने के खतरे पर चिंता व्यक्त की और कहा, “मुझे उम्मीद है कि ईरानी अधिकारी अपने वचन का सम्मान करेंगे कि आज की उनकी कार्रवाई से मामले को समाप्त माना जा सकता है.”
बैठक के लिए परिषद अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में, इज़राइल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने हमले के लिए ईरान की निंदा करने और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को एक आतंकवादी संगठन करार देने का आह्वान किया.
गुटेरेस ने एक अप्रैल को “दमिश्क में ईरान के राजनयिक परिसरों प इजराइली हमले की निंदा की थी और सभी से संयम बरतने का आह्वान किया था.