वैश्विक मंच पर भारतीय क्रिकेट की बढ़ती बादशाहत, दुनिया मानती है लोहा

नई दिल्ली, 23 अगस्त . भारतीय क्रिकेट- वैश्विक मंच पर अब एक बड़ी ताकत बन चुका है. वैसे तो यह खेल भारत की देन नहीं है लेकिन आज की तारीख में इस पर ‘बादशाहत’ हमारी जरूर है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) दुनिया का सबसे बड़ा अमीर बोर्ड है. दिग्गज खिलाड़ियों से भरी टीम इंडिया का दबदबा विश्व क्रिकेट में है. हाल ही में टीम इंडिया ने टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया.

आईपीएल दुनिया की सबसे मशहूर और सफल क्रिकेट लीग है. चाहे बात हुनर, काबिलियत, आईसीसी ट्रॉफी और पैसों की ही क्यों न हो भारतीय क्रिकेट टीम का रिकॉर्ड काफी मजबूत है.

बीसीसीआई सचिव जय शाह एशियाई क्रिकेट काउंसिल के वर्तमान अध्यक्ष हैं. इस बीच उनके आईसीसी के नए बॉस बनने की खबर भी आ रही है. अगर ऐसा होता है तो, आने वाले समय में वैश्विक मंच पर भारतीय क्रिकेट की स्थिति और मजबूत हो जाएगी. हालांकि, इसका सीधा कनेक्शन टीम इंडिया के प्रदर्शन के साथ भी है इसलिए टीम को अपना विजय रथ जारी रखना होगा.

एक सफल टीम, दिग्गज खिलाड़ियों की लंबी कतार, अनुभव और युवा जोश का मिश्रण, मजबूत बेंच स्ट्रेंथ और दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड का तमगा. इन सभी खूबियों से भारतीय टीम मिसाल बनकर उभरी है और इसकी चमक के आगे सभी देश फीके लगते हैं.

बीसीसीआई सचिव जय शाह आईसीसी के अगले चेयरमैन हो सकते हैं. उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. आईसीसी में बीसीसीआई का दबदबा रहा है, जबकि एशिया क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष भी जय शाह है, ऐसे में वो अगर एक नए पद को संभालेंगे, तो बीसीसीआई की धाक विश्व क्रिकेट में और बढ़ेगी.

बात अगर फ्रेंचाइजी लीग की करे तो, आईपीएल के टक्कर में दूर-दूर तक कोई क्रिकेट लीग नहीं है. बीसीसीआई की आईपीएल से होने वाली कमाई में 2022 से 2023 के बीच 116 फीसदी का इजाफा हुआ है. बीसीसीआई की सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. बोर्ड ने 2022 के आईपीएल सीजन से 2,367 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था, जो साल 2023 के आईपीएल संस्करण में 5120 करोड़ रुपए दर्ज किया गया.

इस बढ़े हुए मुनाफे की सबसे बड़ी वजह नया मीडिया राइट चक्र है, जिसे बोर्ड ने 2023 से 2027 के सीजन के लिए 48,390 करोड़ रुपए में बेचा है. वहीं, मात्र दो सीजन पुरानी महिला लीग में बीसीसीआई ने 259 करोड़ लगाकर 636 करोड़ का मुनाफा कमा लिया है. फाइनेंशियल ईयर 2023 में बीसीसीआई का बैंक बैलेंस भी साढ़े पांच हजार करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ गया.

बीसीसीआई अकेले टॉप-10 क्रिकेट बोर्डों का 85 प्रतिशत कमाता है. कमाई के मामले में दूसरे नंबर पर आस्ट्रेलिया का क्रिकेट बोर्ड ‘क्रिकेट आस्ट्रेलिया’ है. लेकिन उनकी और बीसीसीआई की कमाई में जमीन-आसमान का फर्क है. कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि वैश्विक मंच पर भारतीय क्रिकेट एक बड़ी ताकत बन चुका है.

एएमजे/आरआर