बरनाला के सरकारी अस्पताल का हाल बेहाल, मरीज परेशान

बरनाला, 28 मार्च . पंजाब के बरनाला जिले के सरकारी अस्पताल में खराब व्यवस्थाओं से मरीज परेशान हैं. मरीजों ने इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन और सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया है.

जिले भर के एकमात्र सरकारी अस्पताल में लोग पर्चा काउंटर और दवा काउंटर पर लगी लंबी कतारों से परेशान हैं. मरीजों ने बताया कि जिले में एक ही अस्पताल होने के चलते यहां बेहतर व्यवस्थाएं नहीं हैं. मरीजों की संख्या के हिसाब से यहां सुविधाओं की कमी है.

मरीजों ने कहा कि जहां सरकार एक तरफ मोहल्ला क्लीनिक बनाकर अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ पर्ची बनाने तक की उचित व्यवस्था नहीं हैं. मरीजों ने इस समस्‍या से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन से और अधिक पर्चा काउंटर खोलने की मांग की है.

अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) ने बताया, ”पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या बढ़ने से परेशानी हो रही है. विभाग से पर्ची काउंटर बढ़ाने के लिए और कंप्यूटर देने के लिए कहा है, जल्द ही इसमें सुधार किया जाएगा.”

अस्‍पताल में इलाज कराने आए मरीजों ने कहा कि बरनाला सरकारी अस्पताल, जिला स्तरीय अस्पताल है. लेकिन इस अस्पताल में सुविधाएं नहीं हैं, जिससे मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में पूरे बरनाला शहर समेत जिले भर के गांवों से रोजाना हजारों लोग इलाज के लिए आते हैं. लेकिन इस अस्पताल में मरीजों के रजिस्ट्रेशन के लिए सिर्फ एक ही काउंटर है. जिसके कारण पर्चा काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार लग जाती है.

लोगों ने कहा कि मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए कई-कई घंटों तक कतार में खड़ा रहना पड़ता है.

कई मरीजों ने बताया कि वे पर्ची बनवाने के लिए सुबह से ही इन लाइनों में खड़े हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के लिए पानी और धूप से बचने की कोई व्यवस्था नहीं की है. गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और विकलांगों को कतार में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि आज अस्पताल में काफी भीड़ है, लेकिन अस्पताल में मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. पहले से बीमार मरीज अस्पताल में इलाज के बजाय और बीमार होता जा रहा है.

इस संबंध में सरकारी अस्पताल के एसएमओ डॉ. तपिंदरजोत कौशल ने कहा कि सरकारी अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण व्यवस्था में दिक्कत आ रही है. उन्होंने कहा कि हर दिन करीब 1500 लोग इलाज के लिए अस्पताल आ रहे हैं. सरकारी अस्पताल और जच्चा बच्चा अस्पताल में पर्चा काउंटर चल रहे हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अच्छे कंप्यूटर उपलब्ध कराने की मांग की गई है, ताकि दोनों सरकारी अस्पतालों में दो-दो पर्चा काउंटर चलाये जा सकें, ताकि अस्पताल की व्यवस्था अच्छे से चल सके और मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न आए.

एमकेएस/