चेन्नई, 9 मार्च . राज्य के विभिन्न इलाकों में आतंकी मॉड्यूल के बारे में केंद्रीय एजेंसियों के इनपुट के बाद तमिलनाडु पुलिस हाई अलर्ट पर है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे विस्फोट की जांच के तहत तमिलनाडु में चेन्नई और कुड्डालोर में छापे मारे थे.
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दक्षिण भारत के कमांडर थदियानताविदा नसीर ने ब्रेन वॉश किया था, जो खुद भी बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद था.
रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के बाद जांच एजेंसियों को मैंगलोर प्रेशर कुकर ब्लास्ट और तमिलनाडु के कोयंबटूर में कार बम विस्फोट के बीच एक लिंक मिला.
सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै और सलेम सहित राज्य के कुछ संवेदनशील इलाकों में तलाशी ली है.
गौरतलब है कि तमिलनाडु में बम धमाकों का इतिहास रहा है. इसमें कई लोगों की जान गई है. 1998 में कोयंबटूर में हुए धमाकों में 58 लोग मारे गए थे और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
8 अगस्त, 1993 को चेन्नई के चेटपेट में आरएसएस मुख्यालय पर बम विस्फोट हुआ था. इसमें 11 लोग मारे गए थे, जबकि सात घायल हो गए थे.
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