तहव्वुर राणा की वापसी भाजपा की विफलता : राजद सांसद सुधाकर सिंह

बक्सर, 11 अप्रैल . 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाए जाने को लेकर जहां भाजपा इसे बड़ी कूटनीतिक सफलता बता रही है, वहीं बक्सर के राजद सांसद सुधाकर सिंह ने इसे भाजपा की विफलता करार दिया है.

सांसद सुधाकर सिंह ने कहा, “मैं इसे कोई उपलब्धि नहीं, बल्कि भाजपा की विफलता मानता हूं, क्योंकि इस मामले में 11 साल का लंबा समय लग गया. 2008 की घटना के बाद यूपीए सरकार के कार्यकाल में ही तहव्वुर राणा को भारत लाने के सभी कानूनी दस्तावेज अमेरिका को सौंप दिए गए थे, लेकिन भाजपा की सरकार ने इसे भी हिंदू-मुस्लिम चश्मे से देखने का काम किया.”

उन्होंने कहा कि ऐसे गंभीर राष्ट्रीय मुद्दों पर भी भाजपा ने केवल राजनीति की है और देश को जवाब देना होगा कि आखिर तहव्वुर राणा को भारत लाने में 11 साल क्यों लग गए? उन्होंने कहा, “जो राष्ट्रवाद की राजनीति करते हैं, उन्हें देश को जवाब देना होगा.”

बता दें कि तहव्वुर राणा को गुरुवार को अमेरिका से भारत लाया गया. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नई दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर पहुंचते ही उसे हिरासत में ले लिया. इसके बाद राणा को पटियाला हाउस स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 18 दिन की हिरासत में भेज दिया गया.

एनआईए अब राणा से 2008 के मुंबई हमलों की साजिश के बारे में विस्तार से पूछताछ कर रही है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे और 238 से अधिक घायल हुए थे.

तहव्वुर राणा को लॉस एंजिल्स से एनआईए और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीमों के साथ एक विशेष विमान से भारत लाया गया. अमेरिका में राणा ने अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए कई कानूनी कोशिश की, जिसमें वह विफल रहा और अमेरिकी अदालत में सभी याचिकाएं खारिज होने के बाद प्रत्यर्पण संभव हो सका.

भारत के विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रक्रिया को पूरा किया.

डीएससी/एबीएम