नई दिल्ली, 6 अप्रैल . भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने गिग वर्कर्स को छोटे उद्यम स्थापित करने के लिए ऋण प्रदान करने के लिए शनिवार को फिनटेक पोर्टल ओनियन लाइफ के साथ करार किया. इसके तहत पायलट परियोजना के रूप में फिनटेक के प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म ‘कर्मलाइफ’ का उपयोग किया जाएगा.
भारत में गिग इकोनॉमी के तेजी से विकास के साथ गिग प्लेटफॉर्म एग्रीगेटर्स के माध्यम से सेवाएं प्रदान करने वाले गैर-वेतनभोगी गिग वर्कर्स को सस्ती और सुलभ वित्तीय सहायता प्रदान करना अनिवार्य हो गया है.
सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस. रमन ने कहा, “सिडबी देश भर में उद्यमशीलता की आकांक्षाओं को बढ़ावा देने के लिए सूक्ष्म उद्यमों की विभिन्न श्रेणियों को किफायती ऋण प्रदान करने के लिए नवीनतम डिजिटल तकनीक का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है. इस संबंध में, ओनियन लाइफ के साथ साझेदारी हमें नए तथा उभरते उद्यम को समझने और गिग वर्कर्स को सहायता करने में मदद करेगी.“
कर्मालाइफ व्यापक कागजी कार्रवाई या भौतिक दस्तावेज़ीकरण की परेशानी को कम करते हुए गिग वर्कर्स को मोबाइल ऐप के माध्यम से सूक्ष्म ऋण तक पहुंच उपलब्ध कराएगा. प्रौद्योगिकी प्रक्रिया से गिग वर्कर्स के लिए अपनी उद्यम गतिविधियों की तरलता आवश्यकताओं का प्रबंधन करना आसान हो जाएगा.
रमन ने कहा कि पायलट परियोजना गिग इकोनॉमी के “ऋण जोखिम के आकलन के लिए एक संस्थागत तंत्र विकसित करने” में भी मदद करेगी.
ओनियन लाइफ के सह-संस्थापक और सीईओ रोहित राठी ने कहा, “हम गिग वर्कर्स को गिग इकोनॉमी में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों के साथ सशक्त बनाने के लिए सिडबी के साथ जुड़ने को लेकर उत्साहित हैं. हमारा मिशन गिग वर्कर्स को उनके उद्यमों के लिए तरलता को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने में मदद करने के लिए प्रभावी समाधान ढूंढ रहा है.”
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