अंदरुनी कलह के बीच बागलकोट से कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा, कोई फर्क नहीं पड़ता

बेंगलुरू, 6 अप्रैल . बागलकोट सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संयुक्ता पाटिल ने शनिवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि यहां की जनता उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में सपोर्ट करेगी.

अंदरूनी कलह की खबरों के बीच संयुक्ता ने कहा, “मुझे इसकी परवाह नहीं कि कौन क्या कहता है. मैं विजयी होऊंगी. पूरे निर्वाचन क्षेत्र में लोग मेरा समर्थन करेंगे.”

संयुक्ता एक नया चेहरा हैं जिनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार पी.सी. गद्दीगौदर से है. गद्दीगौदर छठी बार चुनाव लड़ रहे हैं, मौजूदा सांसद हैं और 2004 से लगातार जीतते आ रहे हैं.

संयुक्ता ने कहा, “मेरे चचेरे भाई हर्षगौड़ा पाटिल का बीजेपी में शामिल होना मीडिया और लोगों के लिए बड़ा मुद्दा हो सकता है. वह लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहे. अगर आप उनके सोशल मीडिया हैंडल को देखें तो उसमें आपको केवल उनके द्वारा बीजेपी पर आधारित शेयर किए गए पोस्ट ही दिखेंगे. उनके द्वारा उठाया गया यह कदम हमारे परिवार के लिए बिल्कुल भी चौंकाने वाला नहीं है. बीजेपी के साथ उनके गहराते संबंध काफी पहले ही जाहिर हो चुके थे.”

उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद के राजनीतिक दल में शामिल हो सकता है.

शुक्रवार को हर्षगौड़ा पाटिल अपने समर्थकों के साथ प्रदेश अध्यक्ष बी.वाय. विजयेंद्र की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए थे. हालांकि, हर्षगौड़ा के पिता शिवशरणगौड़ा पाटिल संयुक्ता के लिए प्रचार कर रहे हैं.

कांग्रेस विधायक विजयानंद कशप्पनवर की पत्नी वीणा कशप्पनवर ने भी उन्हें संयुक्ता के प्रचार से दूर रखा है.

वीणा कांग्रेस पार्टी से बागलकोट से टिकट की दावेदार थीं. टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने कहा कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगी.

कांग्रेस विधायक विजयानंद कशप्पनवर ने कहा कि वीणा संयुक्ता के लिए प्रचार कर रही हैं. लेकिन वीणा ने कहा कि वह बेंगलुरु में हैं और कांग्रेस उम्मीदवार के लिए किसी भी प्रचार में हिस्सा नहीं ले रही हैं.

एसएचके/