मुंबई, 23 मार्च . महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके दो डिप्टी देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार तीन दिनों के इंतजार के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ सीट-बंटवारे पर बातचीत करने के लिए शनिवार को दिल्ली पहुंचे.
तीनों को उम्मीद है कि गृहमंत्री के साथ बैठक के दौरान सीट बंटवारे पर सहमति बन जाएगी.
महायुति के सहयोगी भाजपा, शिवसेना और एनसीपी सीट-बंटवारे के समझौते पर मुहर लगाने के लिए काफी उत्सुक हैं, क्योंकि विदर्भ क्षेत्र की पांच लोकसभा सीटों पर पहले चरण की मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है. औपचारिक समझौते की घोषणा से पहले ही भाजपा ने 20 निर्वाचन क्षेत्रों और कांग्रेस ने 7 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. शिंदे गुट ने अभी तक किसी उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा नहीं की है. हालांकि, भाजपा के मंत्री रवींद्र चव्हाण ने ठाणे जिले के कल्याण निर्वाचन क्षेत्र से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे के नामांकन की घोषणा की है.
भाजपा ने बार-बार घोषणा की है कि महायुति राज्य में 45 से अधिक सीटें जीतेगी, सीट-बंटवारे की व्यवस्था में उसे बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने की उम्मीद है. भगवा पार्टी करीब 28 से 34 सीटें पाने की इच्छुक है. दूसरी ओर, शिंदे गुट 18 सीटें या मौजूदा सांसदों की कम से कम 13 सीटें पाने पर अड़ा है. अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट पहले 13 सीटें पाने का इच्छुक था, लेकिन अब उसे 9 सीटों की उम्मीद है. तीनों पार्टियों ने कम से कम 10 सीटों पर दावा ठोका है.
सतारा के मामले में एनसीपी और भाजपा, दोनों रुचि रखती हैं. हालांकि, पूर्व सांसद और छत्रपति शिवाजी के वंशज उदयनराजे भोसले ने सतारा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, जिसका उन्होंने पहले प्रतिनिधित्व किया था. वह राज्यसभा सांसद हैं. वहीं, मथाई कार्यकर्ता नेता और भाजपा नेता नरेंद्र पाटिल ने भी सतारा से लड़ने की इच्छा जताई है.
महायुति में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के जुड़ने की संभावना के कारण सीट-बंटवारे की बातचीत लंबित थी, क्योंकि उन्होंने कम से कम 3 सीटों पर दावा किया है. दूसरी ओर, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) शिरडी आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र पाने के लिए काफी उत्सुक हैं.
सीएम के बेटे श्रीकांत शिंदे कल्याण सीट से अधिक अंतर से जीत को लेकर आशान्वित हैं. उन्होंने कहा कि सीट-बंटवारे की व्यवस्था अगले दो दिनों में तय हो जाएगी.
श्रीकांत ने कहा, “सीट-बंटवारे समझौते की औपचारिक घोषणा से पहले ही महायुति सहयोगियों से जुड़े कैडरों ने सभी 48 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव-संबंधी काम शुरू कर दिया है.”
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