बेंगलुरु, 15 अक्टूबर . भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने पुष्टि की कि मोहम्मद शमी की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी और भी अधिक विलंबित हो सकती है, क्योंकि उन्हें हाल ही में एक और चोट लगी है.
इस साल फ़रवरी में शमी के दाहिने (एचिलीस टेंडन) पैर की सर्जरी हुई थी, अब उनके घुटने में सूजन आ गई है, जिससे उनकी रिकवरी में देरी हो रही है. रोहित के अनुसार, “अभी यह कहना मुश्किल है कि वह इस सीरीज़ या ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के लिए फ़िट होंगे या नहीं. हाल ही में उन्हें एक और चोट लगी है, उनके घुटने में सूजन आ गई, जो काफ़ी असामान्य है.
“वह फ़िट होने की प्रक्रिया में थे और लगभग फ़िट भी हो गए थे, लेकिन उनके घुटने में सूजन आ गई है. इससे उनकी रिकवरी में थोड़ी देरी हुई है, और उन्हें फिर से शुरुआत करनी पड़ेगी.”
शमी ने आख़िरी बार 2023 वनडे विश्व कप में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला था, जहां उन्होंने 7 मैचों में 24 विकेट लेकर भारत को फ़ाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने विश्व कप के दौरान दर्द के बावजूद खेलते हुए अपने टखने का इलाज इंजेक्शनों से करवाया था.
शमी ने इस साल की शुरुआत में लंदन में सर्जरी करवाई थी. इसके बाद उनका रिहैब भी अच्छा गुजर रहा था. वह अगले महीने शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में चयन के लिए उपलब्ध हो जाते, लेकिन उनकी ताज़ा चोट ने उनकी वापसी के प्लान को एक बड़ा धक्का दिया है.
रोहित ने यह भी पुष्टि की कि शमी इस समय एनसीए (नेशनल क्रिकेट अकादमी) में फिजियोथेरेपिस्ट और डॉक्टरों के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “अभी वह एनसीए में हैं. वह फिजियो और डॉक्टरों के साथ काम कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि वह 100 प्रतिशत फिट हो जाएं. हम किसी भी हाल में उन्हें ऑस्ट्रेलिया में आधी-अधूरी तैयारी के साथ नहीं ले जाना चाहते, यह हमारे लिए सही निर्णय नहीं होगा.”
क़रीब एक साल से शमी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है. इसी कारण रोहित ने यह भी कहा कि शमी के लिए तुरंत फ़ॉर्म में आना मुश्किल हो सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि शमी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने से पहले कुछ मैच खेलने होंगे.
रोहित ने कहा, “उन्होंने एक साल से अधिक समय से कोई क्रिकेट नहीं खेला है. किसी तेज़ गेंदबाज़ के लिए इतना समय क्रिकेट से दूर रहना और फिर अचानक से फ़ॉर्म में आ जाना काफ़ी कठिन होता है. यह आदर्श स्थिति नहीं है. हम उन्हें पूरा समय देना चाहेंगे ताकि वह 100 प्रतिशत फ़िट हो सकें. फिजियो, ट्रेनर और डॉक्टरों ने उनके लिए एक रोडमैप तैयार किया है. उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने से पहले कुछ और मैच खेलने होंगे. हम न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के बाद देखेंगे कि वह किस स्थिति में हैं और फिर ऑस्ट्रेलिया में उनके लिए क्या भूमिका होगी, इस पर निर्णय लेंगे.”
वर्तमान विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लूटीसी) चक्र में भारत के पास अभी 8 टेस्ट बचे हैं. न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन मैचों की सीरीज़ के बाद भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलेगा.
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आरआर/