चुनाव की फंडिंग में पारदर्शिता और कैश के प्रभाव को कम करने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड का फैसला किया गया था : रविशंकर प्रसाद

नई दिल्ली,15 फरवरी ( ). भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान है और इस पर औपचारिक टिप्पणी पूरा जजमेंट पढ़ने के बाद ही दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के संवैधानिक पीठ का यह फैसला है, पार्टी और संभवतः सरकार की तरफ से इस पर सुविचारित टिप्पणी की जाएगी. इलेक्टोरल बॉन्ड पर बोलते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बहुत ही प्रमाणिक तौर पर चुनाव की फंडिंग में पारदर्शिता लाने और चुनाव में कैश के प्रभाव को कम करने के लिए इसे (इलेक्टोरल बॉन्ड) लाया गया था. यहां तक कि चंदा देने वाले लोग भी गोपनीयता रखना चाहते थे और यह बहुत अस्वाभाविक नहीं है.

उन्होंने कहा कि चुनाव में सुधार के लिए यह मोदी सरकार का एकमात्र प्रयास नहीं था. वोटर लिस्ट में अब फोटो छपती है. बड़ी संख्या में जो ईवीएम लाए गए, उससे बूथ कैप्चरिंग बंद हुई है. चुनाव में सुधार के लिए और भी प्रयास किए गए, यह भी (इलेक्टोरल बॉन्ड) चुनाव को पारदर्शी बनाने का प्रयास था. अब सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया है, हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन इस पर क्या बोलना है, यह पूरा जजमेंट पढ़ कर बताएंगे.

विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग लेवल प्लेइंग फील्ड की बात करते हैं उनके बारे में एक ही बात कहनी है कि जिन्हें जनता ने ही फील्ड से बाहर कर दिया है वो लेवल प्लेइंग फील्ड की बात करते हैं. कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि जिनका पूरा संस्कार ही घूस पर है, वह अगर घूस का आरोप लगाते हैं तो बड़ा हास्यास्पद लगता है.

एसटीपी/एबीएम