नई दिल्ली, 7 मई . हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता का हवाला देते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने की मंशा रखते थे. अब इसको लेकर पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जवाब दिया. उत्तर प्रदेश के संभल में से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह बात खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कही है कि अगर 2024 में नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते हैं तो सनातन की सरकार आ जाएगी. इसको रोकना होगा. ऐसे में बताएं कि सनातन और भगवान का विरोधी कौन है. अगर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी की मिली-जुली सरकार बनती है, हालांकि, बनेगी नहीं, देश की जनता इस बात को समझ चुकी है, अगर इनकी सरकार बनती है तो राम मंदिर के फैसले का रिव्यू करेंगे, राम मंदिर के फैसले को बदल देंगे. जिस तरह शाहबानो केस के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में बदला था.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनकी पूरी चौकड़ी इस पर काम कर रही है. यह लोग दो फैसले को बदलना चाहते हैं, एक मंदिर और दूसरा आर्टिकल 370. अगर मेरी बात गलत है तो राहुल गांधी आगे आएं और इस पर जवाब दें. देश के सामने आकर बोलें कि आर्टिकल 370 को फिर से लागू नहीं करेंगे, वो बोलें कि हम राम मंदिर के फैसले का रिव्यू नहीं करेंगे. राहुल गांधी ने इस पर जवाब नहीं दिया, इसका मतलब उनके मन में चोर है.
इसके साथ ही आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि इस बार का वोट राष्ट्र के लिए और अखंड भारत के लिए होना चाहिए.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस के पीएम मोदी को एंटी मुस्लिम बताने वाले बयान पर कहा कि नरेंद्र मोदी ने कभी नहीं कहा है कि वो सिर्फ हिंदुओं के प्रधानमंत्री हैं, या कभी नहीं कहा है कि वो सिर्फ एक कम्युनिटी के प्रधानमंत्री हैं. पीएम मोदी हमेशा कहते हैं कि मैं 140 करोड़ जनता का सेवक हूं और प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं, बल्कि देश का होता है. ये बात अलग है कि प्रधानमंत्री भी किसी पार्टी से संबंध रखते हैं.
उन्होंने आगे कहा, “जहां तक नरेंद्र मोदी का सवाल है, उनका हृदय विराट है, वो उनका भी स्वागत करते हैं, जो उनका विरोध करते हैं. विपक्ष पीएम मोदी की बेइज्जती करने का कोई मौका नहीं छोड़ता है. देश के प्रधानमंत्री को रोज गाली देना और उनका अपमान करना, यह विपक्ष को शोभा नहीं देता है. प्रधानमंत्री जितने हिंदुओं के हैं, उतने ही मुसलमानों के भी हैं. इसलिए मैं पीएम मोदी के बयान का समर्थन करता हूं.”
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