मध्य प्रदेश में राहुल गांधी के महुआ बीनने और चखने पर छिड़ा सियासी संग्राम

भोपाल, 10 अप्रैल . कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के मध्य प्रदेश प्रवास के दौरान जंगल में महुआ बीनने और उसे चखने पर राज्य में सियासी संग्राम छिड़ गया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जहां इसे राहुल गांधी का शौक बताया तो वहीं कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री के बयान को आदिवासियों के अपमान से जोड़ा.

दरअसल, राहुल गांधी राज्य के प्रवास पर आए थे और उन्होंने सड़क मार्ग से गुजरते समय जंगल में महुआ बीन रही आदिवासी महिलाओं के बीच पहुंचकर चर्चा की थी. इतना ही नहीं जमीन पर पड़े महुआ के फूल उठाकर उसका स्वाद भी चखा था.

उज्जैन में संवाददाताओं ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से राहुल गांधी के महुआ बीनकर चखने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि अब मैं क्या बोलूं उनके बारे में, जबरदस्ती के नेता हैं, राजनीति लायक नहीं हैं, उन्होंने महुआ खाकर बता दिया है कि उनके क्या शौक हैं. अगर उन्हें महुआ बीनना और खाना है तो हम उनका स्वागत करेंगे.

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए सवाल किया और कहा कि आपके क्या शौक हैं, क्या आपके जमीन हड़पने के शौक हैं?

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री पर आदिवासी वर्ग के अपमान का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि देश में 10 प्रतिशत आबादी इस वर्ग की है, जिसका उन्होंने अपमान किया है, इसके लिए मुख्यमंत्री को माफी मांगना चाहिए.

एसएनपी/एबीएम