नई दिल्ली, 9 मार्च अंतरराष्ट्रीय कुश्ती की नियामक संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने स्पष्ट किया है कि केवल आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ही अपने तत्वावधान में आयोजित सभी प्रतियोगिताओं में टीमें भेज सकता है.
वर्तमान में, संजय सिंह के नेतृत्व वाले भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा मान्यता दी गई है, जबकि खेल मंत्रालय ने चुनावों के बाद लगाए गए निलंबन को अभी तक नहीं हटाया है.
यूडब्ल्यूडब्ल्यू से स्पष्टीकरण मांगने की जरूरत तब पड़ी जब ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने दावा किया कि खेल मंत्रालय द्वारा गठित तदर्थ समिति आगामी सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2024 और एशियाई ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के लिए टीमों का चयन करेगी.
हालाँकि, यूडब्ल्यूडब्ल्यू के अध्यक्ष नेनाद लालोविक ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह को लिखे और ईमेल के माध्यम से भेजे गए एक पत्र में स्पष्ट किया कि केवल इससे संबद्ध निकाय को ही अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए टीमें तैयार करने की अनुमति दी जाएगी.
लालोविक ने अपने मेल में संजय सिंह से कहा, “यूडब्ल्यूडब्ल्यू से नियमित रूप से संबद्ध राष्ट्रीय महासंघों की यह जिम्मेदारी है कि वे आधिकारिक कैलेंडर के अनुसार कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप, विश्व चैंपियनशिप, ओलंपिक गेम्स क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के साथ-साथ रैंकिंग सीरीज़ और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए अपनी टीमों का चयन और घोषणा करें.”
पत्र में बताया गया कि टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों का पंजीकरण केवल यूडब्ल्यूडब्ल्यू-संबद्ध राष्ट्रीय महासंघों द्वारा निर्धारित नियमों और समय सीमा के तहत किया जा सकता है.
इसका मतलब है कि संजय सिंह के नेतृत्व वाला भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) आगामी टूर्नामेंटों के लिए टीमों का चयन करेगा और हाल ही में सभी योग्य पहलवानों को ट्रायल के लिए आमंत्रित किया है.
ओलंपियन बजरंग पुनिया ने कहा है कि अगर खेल मंत्रालय के हस्तक्षेप के बिना डब्ल्यूएफआई द्वारा ट्रायल आयोजित किया गया तो वह ट्रायल में भाग नहीं लेंगे.
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आरआर/