कोयला क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों ने 22,448 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के साथ लक्ष्य को पार किया

नई दिल्ली, 9 मार्च . कोल इंडिया लिमिटेड और एनएलसीआईएल जैसे कोयला क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों ने फरवरी के अंत तक 22,448.24 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 31 मार्च 2024 को समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष के लिए निर्धारित 21,030 करोड़ रुपये के पूँजीगत व्यय (कैपेक्स) के वार्षिक लक्ष्य को पार कर लिया है. कोयला मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी.

उत्पादक निवेश के रिकॉर्ड स्तर का, जो लक्ष्य का 106.74 प्रतिशत है, समग्र अर्थव्यवस्था पर कई गुना सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह अधिक रोजगार के नये अवसर पैदा करता है और अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों में भी मांग को बढ़ाता है जिससे विकास को गति मिलती है.

कोयला मंत्रालय ने कहा, “वित्त वर्ष के आखिरी दो महीनों में प्रमुख पूंजीगत व्यय निवेश के साथ यह अनुमान लगाया गया है कि सीआईएल और एनएलसीआईएल दोनों अपनी उपलब्धि में वृद्धि करेंगे, जिससे देश की आर्थिक विकास को और गति मिलेगी.”

कोयला पीएसयू ने इस साल फरवरी तक 55,148.33 करोड़ रुपये का परिसंपत्ति मुद्रीकरण भी हासिल किया है, जो 2023-24 के दौरान अप्रयुक्त संपत्तियों के मुद्रीकरण के लिए सरकार द्वारा निर्धारित 50,118 करोड़ रुपये के लक्ष्य से बेहतर प्रदर्शन है.

कोयला पीएसयू ने भी सरकार के ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) के माध्यम से 88,518 करोड़ रुपये की खरीद के साथ बढ़त हासिल की है, जो 21,325 करोड़ रुपये के लक्ष्य का 415 प्रतिशत है. पारदर्शी खरीद को सक्षम करने के लिए सरकार द्वारा जीईएम खरीद को बढ़ावा दिया जा रहा है जो कम कीमत सुनिश्चित करती है और भ्रष्टाचार को खत्म करती है.

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