सोल, 31 अक्टूबर . डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) ने गुरुवार सुबह एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, देश के शीर्ष नेता ने इस कार्यक्रम की निगरानी की. राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने परीक्षण की पुष्टि की.
किम जोंग उन ने कहा कि डीपीआरके (उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम), परमाणु शक्ति विकसित करने की अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा.
समाचार एजेंसी के अनुसार, कोरिया की वर्कर्स पार्टी के महासचिव और डीपीआरके के राज्य मामलों के अध्यक्ष किम जोंग उन ने कहा कि यह परीक्षण एक उचित सैन्य कार्रवाई है, जिसका उद्देश्य ‘दुश्मनों को हमारी जवाबी कार्रवाई की इच्छा से अवगत कराना था.’
किम ने कहा कि ‘दुश्मन की ओर से अपने परमाणु गठबंधन को खतरनाक तरीके से मजबूत करना’ और सैन्य युद्धाभ्यास जैसे कदम परमाणु ताकत को मजबूत करने की जरुरत को उजागर करते हैं.
किम ने कहा, “हमें अपने राज्य के सुरक्षा क्षेत्र में किसी भी खतरे को कभी भी आने नहीं देना चाहिए.”
डीपीआरके नेता ने कहा, ‘देश अपनी परमाणु ताकतों को बढ़ाने की अपनी नीति में कभी बदलाव नहीं करेगा.’
देश की समाचार एजेंसी ने इस परीक्षण को उत्तर कोरिया की सामरिक मिसाइल क्षमता का प्रदर्शन बताया.
न्यूज एजेंसी ने कहा कि इस परीक्षण ने ‘हाल के रिकॉर्ड को अपडेट किया है’.
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