पेड़ पर उगती जलेबी! शरीर के लिए बहुत गुणकारी

नई दिल्ली,13 सितंबर . जलेबी शब्द सुनते ही लोगों के दिमाग में एक रसीली मिठाई का ख्याल आने लगता है. लेकिन, जलेबी एक फल भी है जो पेड़ों पर उगता है. यह देश के लगभग सभी हिस्सों में पाया जाता है. फल वाली जलेबी भी रसीली मिठाई की तरह दिखती है. पकने पर ये जलेबियां लाल और पीले रंग की दिखाई देती है. गांव के चौराहों और खेतों में अक्सर जलेबी के पेड़ देखने को मिल जाते हैं.

इसे जंगल जलेबी भी कहते हैं. जलेबी का पेड़ कांटेदार होता है. इस पेड़ का फल इमली और जलेबी की तरह टेढ़ा-मेढ़ा होता है और स्वाद में हल्का मीठा होता है. जलेबी मुंह में डालते ही घुल जाती है.

बता दें कि इसका वैज्ञानिक नाम ‘पिथेसेलोबियम डुल्स’ है इसके साथ-साथ इसे जंगल जलेबी, मंकी पॉड फ्रूट, मनीला इमली और मद्रास थॉर्न के नामों से भी जाना जाता है. इसका सेवन शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसे खाने से कई शारीरिक लाभ होते हैं. कई औषधीय गुणों से भरपूर जंगल जलेबी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है. इसमें मौजूद गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं.

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, जंगल जलेबी में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है. विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.

इस जलेबी को खाने से डायबिटीज की समस्या से भी मुक्ति मिलती है. ऐसे में जंगल जलेबी डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है.

जंगल जलेबी का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयों के निर्माण में किया जाता है. इसमें पाए जाने वाले एंटी-कैंसर गुण कैंसर से बचाव में काफी मददगार साबित होते हैं.

इसमें विटामिन सी, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन, थायमिन, राइबोफ्लेविन जैसे कई तरह के पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. अगर इसका नियमित सेवन किया जाए तो यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है.

यह फल पाचन शक्ति बढ़ाने में बहुत सहायक है. इसके सेवन से पेट स्वस्थ रहता है. यह फल सिर्फ एक-दो नहीं बल्कि 100 से भी ज्यादा बीमारियों में फायदेमंद है.

आरके/जीकेटी