नई दिल्ली, 27 नवंबर . भारत के पारंपरिक पीसी बाजार (डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन) ने इस साल जुलाई-सितंबर अवधि में 4.49 मिलियन यूनिट की बिक्री की, जो तिमाही आधार पर 0.1 प्रतिशत अधिक है. हाल ही में आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, ई-कॉमर्स बिक्री आमतौर पर अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के आसपास शुरू होती है, इस बार सितंबर के अंत में शुरू हुई, जिससे पीसी शिपमेंट में उछाल आया.
आईडीसी इंडिया और साउथ एशिया के रिसर्च मैनेजर भरत शेनॉय ने कहा कि ब्रांडों ने भारी छूट, कैशबैक और बंडल एक्सेसरीज की पेशकश कर ई-टेल बिक्री का लाभ उठाया.
उन्होंने कहा, “कई ब्रांड ने अपने ब्रांड स्टोर और बड़े फॉर्मेट रिटेल स्टोर (एलएफआर) जैसे ऑफलाइन चैनलों में भी कीमतों को समान रखा, जिससे यह इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी उपभोक्ता तिमाही रही.”
नोटबुक और वर्कस्टेशन कैटेगरी में सालाना आधार पर क्रमशः 2.8 प्रतिशत और 2.4 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई. ऑनलाइन फेस्टिवल सेल ने प्रीमियम नोटबुक (1,000 डॉलर से अधिक) की मांग को बढ़ावा दिया, जिसमें 7.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
कमर्शियल सेगमेंट में सालाना आधार पर 4.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एंटरप्राइज सेगमेंट में 9.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
एचपी इंक ने 29 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ बाजार को लीड किया, जो क्रमशः 34.3 प्रतिशत और 24.8 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ कमर्शियल और कंज्यूमर दोनों सेगमेंट में चार्ट में सबसे ऊपर रहा.
लेनोवो 17.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रहा. डेल टेक्नोलॉजीज 14.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
आईडीसी रिपोर्ट के अनुसार, डेल कमर्शियल सेगमेंट में एचपी के बाद दूसरे स्थान पर रहा, जिसकी हिस्सेदारी 20.8 प्रतिशत और वृद्धि 4.7 प्रतिशत रही.
एसर ग्रुप डेल टेक्नोलॉजीज के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जिसका शिपमेंट डेल से थोड़ा पीछे रहा, लेकिन इसकी बाजार हिस्सेदारी 14.6 प्रतिशत रही.
आसुस 9.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पांचवें स्थान पर रहा और पिछले साल की तुलना में कम इन्वेंट्री के कारण इसमें 22.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
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एसकेटी/एबीएम