वियना, 4 सितम्बर . अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख ने कहा कि एजेंसी देश के ऊर्जा बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए यूक्रेन की सहायता बढ़ाएगी, जो उसके परमाणु ऊर्जा संयंत्रों (एनपीपी) की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने मंगलवार को कीव में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ बैठक के बाद एक बयान में इस निर्णय की घोषणा की.
बयान के अनुसार, यह कदम कई मिसाइल हमलों के बाद उठाया गया है, जिसके कारण या तो सीधे तौर पर कई परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों का संपर्क टूट गया है या राष्ट्रीय ग्रिड में खतरनाक अस्थिरता पैदा हो गई है.”
बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था जल्द ही कुछ क्षतिग्रस्त यूक्रेनी उप स्टेशनों, “विद्युत स्विचयार्ड जो ग्रिड की रीढ़ हैं वहां एक विशेषज्ञ टीम भेजेगी और स्थिति का आकलन करेगी.
ग्रॉसी ने कहा, “परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के संचालन की सुरक्षा बिजली ग्रिड के स्थिर और विश्वसनीय कनेक्शन पर निर्भर है. इस संबंध में स्थिति लगातार कमजोर और संभावित रूप से खतरनाक होती जा रही है.”
बयान के अनुसार, 26 अगस्त को यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले के कारण बिजली आपूर्ति में बड़ा उतार-चढ़ाव आया और रिव्ने और दक्षिण यूक्रेन एनपीपी में रिएक्टर इकाइयों को अस्थायी रूप से बंद या डिस्कनेक्ट करना पड़ा, जिनमें से एक का संचालन अभी भी पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है.
बयान में कहा गया है कि ग्रॉसी इस सप्ताह के अंत में यूरोप के सबसे बड़े एनपीपी में से एक ज़ापोरिज्जिया एनपीपी का दौरा करेंगे, ताकि वहां परमाणु सुरक्षा की स्थिति का आकलन किया जा सके.
एजेंसी के अनुसार, आईएईए के पास वर्तमान में यूक्रेन के सभी एनपीपी में परमाणु सुरक्षा और सुरक्षा बनाए रखने में मदद करने के लिए विशेषज्ञ दल तैनात हैं.
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एसएम/जीकेटी