दुर्लभ ब्रेन हेमरेज से पीड़ित टैक्सी ड्राइवर को गुरुग्राम के डॉक्टरों ने दी नई जिंदगी

गुरुग्राम, 9 मार्च . दुर्लभ ब्रेन हेमरेज से पीड़ित 43 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर को नई जिंदगी मिल गई है. यहां के एक अस्पताल के डॉक्टरों ने शनिवार को यह जानकारी दी.

अपने परिवार के लिए एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति को गहरी कोमा की हालत में गुरुग्राम के मणिपाल अस्पताल ले जाया गया. घर की सीढ़ियां चढ़ते समय फिसल कर गिरने के कारण उसके माथे में गहरी लगी.

इस शख्स को पहले नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, बाद में गंभीर हालत को देखते हुए उसे मणिपाल अस्पताल रेफर कर दिया गया.

डॉक्टरों ने पाया कि उसे एक्स्ट्राड्यूरल हेमरेज है यानी माथे में रक्त का थक्का जम गया और खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया है. उपचार में देर होने पर उसकी जान जा सकती सकती थी.

डॉक्टरों की टीम मरीज के मूल्यांकन और प्रवेश के 15 मिनट के भीतर उसे आपातकालीन सर्जरी के लिए ले गई.

अस्पताल ने एक बयान में कहा, सर्जरी से उसकी जान बच गई और सर्जरी के 12 घंटे के भीतर उसका मस्तिष्क ठीक होने लगा. 24 घंटे के भीतर उसकी हालत में काफी सुधार देखा गया.

अस्‍पताल के वरिष्ठ न्यूरोसर्जरी सलाहकार निशांत शंकर याग्निक ने कहा, “फिसलने और गिरने के मामलों में सिर में चोट लगना बहुत आम है, लेकिन इस मरीज को एक्स्ट्राड्यूरल हेमरेज हुआ था, जो एक दुर्लभ स्थिति है. सिर में गंभीर चोट लगने के 10 में से केवल 1 मरीज ही ऐसी हालत में हमारेे पास आता है.”

उन्होंने कहा, “मरीज की खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया था, इसलिए उसके माथे की तुरंत सर्जरी की जयरत थी. समय पर अस्‍पताल पहुंचाए जाने के कारण हम उसकी जान बचा पाए. ऐसे मामले में कुछ मिनटों की देरी से भी मरीज की जान जा सकती है.”

डॉक्टरों ने कहा, मरीज अब ठीक है.

एसजीके/

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