गोवा की पहचान सिर्फ ‘सन-सैंड-सी’ से थी, हमने ‘धार्मिक पर्यटन’ जोड़ा : प्रमोद सावंत

पणजी, 21 नवंबर . गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गुरुवार को से खास बातचीत की. उन्होंने यहां चल रहे ‘भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’ (इफ्फी) के आयोजन, राज्य में धार्मिक पर्यटन को मिल रहे प्रोत्साहन और फिल्म ‘द साबरमती एक्सप्रेस’ को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी.

मुख्यमंत्री ने कहा, “साल 2004 से 2024 तक करीब 20 साल से गोवा में ‘इफ्फी’ का आयोजन हो रहा है. ‘इफ्फी’ को लेकर राज्य में हर साल इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहे हैं. इसलिए मैने कहा है कि गोवा यानी ‘इफ्फी’ और ‘इफ्फी’ यानी गोवा. वैश्विक स्तर पर इसे पहचाना जा रहा है. गोवा का इमेज आज ऊपर आ गया है. गोवा में आज ग्लोबल टूरिज्म आकर्षित हो रहा है. यहां पर लोग खासतौर पर ‘इफ्फी’ के लिए आते हैं.”

प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है और मंदिरों को सजाया जा रहा है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा की इमेज अलग से सिर्फ ‘सन-सैंड-सी’ की बनाई गई थी. इसमें हमने धार्मिक पर्यटन को जोड़ दिया है. खासतौर पर मंदिरों के पर्यटन को.

उन्होंने कहा कि ‘छत्रपति शिवाजी महाराज कालीन सप्तकोटेश्वर मंदिर’ के लोकार्पण का सौभाग्य मुझे मिला. मालसा मंदिर जैसे पुरातन मंदिर को तोड़ा गया था, आज उसे भव्य रूप से बनाया गया है. गोवा में टेंपल टूरिज्म की शुरुआत हो रही है.

‘द साबरमती एक्सप्रेस’ को कई राज्यों में टैक्स फ्री किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मूवी की प्रशंसा की है. यह पूछे जाने पर कि क्या गोवा में भी इसे टैक्स फ्री किया जाएगा, प्रमोद सावंत ने कहा कि पहले मैं फिल्म देखूंगा और उसके बाद ही बता पाउंगा कि मूवी को टैक्स फ्री करना है कि नहीं. आज शाम में मैं अपने साथियों के साथ मूवी देखने जा रहा हूं.

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