दिनभर महसूस हो रही है थकान? आयुर्वेद से जानें कारण और उपाय

New Delhi, 22 नवंबर . स्त्रियों में कमजोरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं. पोषण की कमी, काम का बोझ, घर–परिवार की जिम्मेदारियां और खुद के लिए समय न निकाल पाना शरीर को थका देता है. ऐसे में आयुर्वेद के कुछ उपायों से आपको काफी राहत मिल सकती है.

महिलाओं में पोषण (आयरन, विटामिन डी और बी12) की कमी सबसे आम कारणों में से एक है. जब शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते, तो कमजोरी, चक्कर आना, थकान और काम करने की क्षमता कम होने लगती है. इसके अलावा थायराइड की गड़बड़ी या मधुमेह भी लगातार कमजोरी का कारण बन सकते हैं, इसलिए इन लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए.

नींद की कमी भी शरीर को काफी प्रभावित करती है. अगर रोज अच्छी नींद नहीं मिलती, तो अगला पूरा दिन थका–थका सा महसूस होता है. कई बार मानसिक तनाव, चिंता या किसी तरह के भावनात्मक दबाव के कारण भी शरीर कमजोर होने लगता है, क्योंकि दिमाग का असर सीधे शरीर पर पड़ता है. पानी कम पीना (डीहाइड्रेशन) भी ऊर्जा कम कर देता है. अगर शारीरिक गतिविधि न के बराबर हो तो शरीर सुस्त पड़ने लगता है. कुछ मामलों में किसी संक्रमण या बीमारी का शुरुआती संकेत भी कमजोरी के रूप में दिख सकता है.

आयुर्वेद की मानें तो आहार में आयरन से भरपूर चीजें जैसे पालक, मेथी, गुड़, चुकंदर, दालें और हरी सब्जियां शामिल करें. विटामिन सी वाली चीजें जैसे संतरा, नींबू और अमरूद आयरन के अवशोषण में मदद करती हैं, इसलिए इन्हें जरूर खाएं.

कोशिश करें कि रात में कम से कम 7–8 घंटे की नींद लें, क्योंकि अच्छी नींद शरीर को फिर से ऊर्जा से भर देती है. रोज थोड़ा–बहुत व्यायाम, योग या तेज चाल से चलना शरीर का रक्त संचार बेहतर करता है और ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है. तनाव कम करने के लिए ध्यान, गहरी सांस लेने और माइंडफुलनेस जैसी तकनीकें काफी मददगार होती हैं.

इसके साथ ही दिनभर पर्याप्त पानी पीना भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि शरीर हाइड्रेटेड रहेगा तो थकान कम महसूस होगी.

अगर इन सब बदलावों के बाद भी कमजोरी बनी रहती है तो डॉक्टर से जरूर मिलें, ताकि जरूरी जांच करके पता लगाया जा सके कि कहीं कोई बड़ी समस्या तो नहीं. सही समय पर जांच और उपचार से कमजोरी का असली कारण दूर किया जा सकता है और शरीर फिर से स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस होता है.

पीआईएम/वीसी