कांग्रेस वायनाड सीट पर जीत की ओर अग्रसर : संदीप दीक्षित

नई दिल्ली, 13 नवंबर . झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण और केरल की वायनाड संसदीय सीट पर मतदान के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने बुधवार को दावा किया कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव के साथ वायनाड लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी जीत दर्ज करेगी.

से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि आज बड़ी संख्या में लोग आएंगे और अपना वोट डालेंगे. चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होंगे. हम यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. मेरा मानना ​​है कि ईवीएम को किसी राजनीतिक पार्टी के एजेंट के तौर पर काम नहीं करना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “वायनाड के मामले में देखें तो मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस वहां निश्चित रूप से जीतेगी. प्रियंका गांधी भारी मतों से जीतेंगी. और अगर झारखंड विधानसभा चुनाव की बात करें तो वहां भी इंडिया ब्लॉक सत्ता में आएगा. हेमंत सोरेन इस बार भी सरकार बनाएंगे.”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पलटवार के बारे में संदीप दीक्षित ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि योगी आदित्यनाथ समझ पाए हैं कि खड़गे ने अपनी बात किस संदर्भ में रखी थी. जहां तक बात राष्ट्र को पहले रखने की है, तो यह सभी के लिए समान रूप से लागू होती है. हर भारतीय नागरिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. हम जब अपने दायित्वों की बात करते हैं, तो यह अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग होते हैं. मुख्यमंत्री के अपने दायित्व होते हैं, अफसरों के अपने दायित्व होते हैं, व्यापारी, किसान और मजदूर के दायित्व भी अलग होते हैं. ये दायित्व इस प्रकार से निभाए जाने चाहिए कि समाज पर सकारात्मक असर पड़े, हमारी आर्थिक व्यवस्था मजबूत हो और हम भाईचारे की भावना को बढ़ावा दें. इसके साथ ही हमें संविधान में जो मूल सिद्धांत दिए गए हैं, उनके अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए.”

आगे उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण पर कहा, “पराली तो महज एक बहाना है. दिल्ली की वायु प्रदूषण की असली समस्या यहां की प्रशासनिक व्यवस्था में है. मैंने कई बार इस मुद्दे को आपके प्लेटफॉर्म पर उठाया है, लेकिन न तो सरकार सुन रही है और न ही नागरिकों को इससे कोई फर्क पड़ता है. जब तक सरकार उन सात-आठ मुख्य मुद्दों पर कदम नहीं उठाती, जो सीधे तौर पर उसकी अक्षमता और भ्रष्टाचार से जुड़े हैं, तब तक वायु प्रदूषण कम नहीं हो सकता. सड़कों की मरम्मत क्यों नहीं हुई? हमारे सीवेज सिस्टम से लाखों टन कीचड़ हर रोज सड़कों पर फैलते हैं, वह क्यों नहीं साफ हो पा रहे? हमारा हरित आवरण (ग्रीन कवर) जो बढ़ रहा था, वह अब क्यों नहीं बढ़ रहा? हमारी बसें जो कभी 8,000 थीं, अब केवल 2,000 रह गईं, जिस वजह से लोग निजी गाड़ियों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. वह कमी कब पूरी होगी? दिल्ली में ऐतिहासिक रूप से मेट्रो का निर्माण हुआ था, लेकिन 600-700 किलोमीटर तक मेट्रो होनी चाहिए थी, वह अब लड़खड़ाती हुई क्यों दिखाई दे रही है?”

उन्होंने आगे कहा, “हमारी टूटी हुई बसें सड़कों पर क्यों पड़ी हैं? अवैध निर्माण की समस्या जिससे धूल उड़ती है, वह क्यों साफ नहीं हो पा रही? यमुना जी की सफाई के लिए हमारी नहरें और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जो बन रहे थे, वे क्यों अधूरे हैं? कांग्रेस सरकार के समय, अवैध फैक्ट्रियों को हटाया गया था ताकि दिल्ली का जल प्रदूषित न हो, लेकिन आज वे फैक्ट्रियां फिर से क्यों चल रही हैं, और उन फैक्ट्रियों को सरकार के विधायक और एमएलए क्यों संरक्षण दे रहे हैं? जब तक इन सवालों पर न जनता सवाल करेगी, न मीडिया इनसे सवाल पूछेगा, और न ही सरकार को कोई चिंता होगी, तब तक हालात ऐसे ही रहेंगे. दिवाली आएगी, पराली जलेगी, लेकिन दिल्ली में प्रदूषण पराली से कहीं अधिक स्थायी रहेगा.”

बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बुधवार को मतदान हो रहा है, जिसमें राज्य के 15 जिलों की 81 में से 43 सीटों पर मतदान हो रहा है.

झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो ने पहले चरण के लिए 23 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं और उसके सहयोगी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने क्रमशः 17 और पांच उम्मीदवार खड़े किए हैं.

बीजेपी ने 36 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने क्रमश: दो और सात उम्मीदवार उतारे हैं.

दूसरे चरण के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.

इस बीच, केरल की वायनाड लोकसभा और चेलाक्कारा विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान के पहले तीन घंटों के बाद क्रमशः 20.54 और 19.08 प्रतिशत मतदान हुआ.

कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच हो रहे चुनाव में वायनाड और चेलाक्कारा के कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की भी खबरें हैं.

पीएसएम/एकेजे