मोदी सरकार के ‘यूनिफाइड पेंशन स्कीम’ का कांग्रेस नेता ने किया समर्थन

नई दिल्ली, 25 अगस्त . एक तरफ जहां दो सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नई पेंशन योजना (एनपीएस) और पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लेकर आमने-सामने है, वहीं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) को कांग्रेस के एक प्रमुख नेता प्रवीण चक्रवर्ती का समर्थन मिला है. उन्होंने मोदी सरकार की इस योजना की जमकर तारीफ की है.

ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस (एआईपीसी) के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) के प्रति समर्थन व्यक्त किया और इसे एक ‘विवेकपूर्ण और स्वागत योग्य’ कदम बताया. कांग्रेस नेता प्रवीण चक्रवर्ती ने पहले भी पेंशन योजनाओं में सुधार की वकालत की थी, उन्होंने सरकार के द्वारा शुरू की गई इस नई योजना को बेहतर बताया है. उन्होंने यह भी समझाने की कोशिश की कि यूपीएस किस तरह से नई पेंशन योजना (एनपीएस) से बेहतर है और इसमें मौजूद ‘खामियों’ को दूर करने में कैसे एक कदम है.

कांग्रेस नेता, जो पार्टी के डेटा एनालिटिक्स विभाग के भी प्रमुख हैं, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “2013 में ओपीएस को एनपीएस में बदल दिया गया था. लेकिन, एनपीएस के तहत सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी और उनके परिवारों के लिए न्यूनतम राशि का आश्वासन नहीं दिया गया था. उन्होंने एक फॉर्मूले के जरिए समझाने की कोशिश की कि यूपीएस कैसा है. उन्होंने बताया कि यूपीएस = एनपीएस + न्यूनतम गारंटी.”

कांग्रेस के नेता की तरफ से यूपीएस पर मोदी सरकार को समर्थन मिलना एक बेहतर बात है. क्योंकि कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रही थी. इससे पहले शनिवार को यूपीएस की घोषणा के तुरंत बाद, केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के संगठन ने भी मोदी सरकार की सराहना की.

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने यूपीएस योजना को मंजूरी दी थी. इस योजना के तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एक सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन और पारिवारिक पेंशन प्रदान की जाएगी.

प्रवीण चक्रवर्ती पेंशन योजनाओं में सुधार के पक्षधर रहे हैं और उन्होंने पहले भी अपनी ही पार्टी से इस मामले में मतभेद व्यक्त किया था, जब विधानसभा चुनावों के दौरान कई राज्यों में एनपीएस को ओपीएस में बदलने की मांग उठी थी. जहां कांग्रेस चुनाव के दौरान लोगों से वादा कर रही थी कि वह सत्ता में आई तो ओपीएस को वापस लेकर आएगी इसको लेकर प्रवीण चक्रवर्ती बिल्कुल सहमत नहीं थे.

एक्स पर एक पुरानी पोस्ट में, कांग्रेस नेता प्रवीण चक्रवर्ती ने नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया के विचारों का समर्थन किया था कि ओपीएस पर वापस लौटना ‘गलत’ होगा और इसके परिणामस्वरूप भविष्य की सरकारों पर ‘अतिरिक्त’ वित्तीय बोझ पड़ेगा.

एसके/जीकेटी