कांग्रेस पार्षद ने की सीएम सिद्धारमैया की आलोचना, कहा-बेटी की हत्या के पीछे गिरोह

हुबली, (कर्नाटक) 19 अप्रैल . कर्नाटक में गुरुवार को एक लड़की की हत्या पर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है. लड़की के पिता कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ ने सीएम सिद्धारमैया की आलोचना की है.

निरंजन हिरेमथ ने सीएम सिद्धारमैया पर एक ऐसा बयान देने का आरोप लगाया, जिससे उनके परिवार को बदनामी का सामना करना पड़ रहा है.

पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि कोई भी हत्या निजी कारणों से होती है.

सीएम सिद्धारमैया ने कहा,“कानून और व्यवस्था बनाए रखना सरकार का कर्तव्य है. सरकार अपना कर्तव्य निभाएगी.”

मीडिया से बात करते हुए निरंजन हिरेमथ ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी फैयाज कोंडिनाकोप्पा के साथ इस मामले में चार अन्य लोगों का गिरोह भी शामिल था, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

उन्होंने बताया कि, “हमने पुलिस को इन चार लोगों के नाम दे दिए हैं और जांच की जा रही है.”

निरंजन हिरेमथ ने कहा,“वे चार लोग बाहरी हैं. यह घटना सिर्फ एक दिन में नहीं घटी है. इसकी लंबे समय से साजिश रची जा रही थी. उन्होंने या तो उसे फंसाने या मार डालने की योजना बनाई थी. वे इसकी धमकी दे रहे थे. लेकिन उनकी बेटी ने उस पर ध्यान नहीं दिया.

निरंजन हिरेमथ ने सवाल किया, “पूरे राज्य और देश ने देखा कि मेरी बेटी के साथ क्या हुआ. यदि वे कहते हैं कि यह व्यक्तिगत है, तो इसमें व्यक्तिगत क्या है? क्या वे मेरे रिश्तेदार हैं? क्या मैंने उनके साथ कोई लेनदेन किया है? क्या मेरी बेटी का उनके साथ कोई रिश्ता था? जब आप कहते हैं कि यह एक व्यक्तिगत मामला है, तो आपका क्या मतलब है? क्या कोई आपसी समझ थी? अगर यह सच होता तो उसे क्यों मारा जाता?”

उन्होंने कहा,“सीएम साहब आपको कोई गुमराह कर रहा है. मैं कांग्रेस पार्षद हूं. ये आपको समझना होगा. मेरा परिवार संकट से गुजर रहा है. ‘इस तरह के बयान देकर मेरे परिवार को बदनाम न करें.”

उन्होंने कहा,“आप पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें. यदि आप सब मिलकर कहेंगे कि यह व्यक्तिगत है, तो मेरे परिवार की प्रतिष्ठा की जिम्मेदारी कौन लेगा? मेरे मन में आपके लिए बहुत सम्मान है. लोगों ने आपको वोट देकर सत्ता सौंपी है. ऐसे बयान देने से बचें.”

निरंजन हिरेमथ ने आगे कहा, “यदि आप एक कांग्रेस पार्षद के बारे में झूठ बोलते हैं, तो क्या समाज इससे सहमत होगा? क्या वीरशैव (लिंगायत) समुदाय सहमत होगा? क्या वे आपके बयानों की निंदा नहीं करेंगे? क्या आप चाहते हैं कि सभी संत सड़कों पर आएं? माननीय मुख्यमंत्री जी एवं गृह मंत्री जी आपसे अनुरोध है कि मामले का दोबारा अध्ययन करें, इसकी जांच कराएं. झूठे बयान जारी करने में शामिल न हों. यह सही नहीं है.

“अपनी बेटी को खोने के बाद हम दुखी हैं. हमारे दुखों को बढ़ाने की कोशिश न करें. मैं भी सार्वजनिक जीवन में हूं और आप लोगों से अनुरोध करता हूं कि ऐसे बयान जारी न करें.”

गौरतलब है कि बीवीबी कॉलेज में एमसीए की पढ़ाई कर रही नेहा हिरेमथ की गुरुवार को बेलगावी जिले के सावदत्ती निवासी और उसी कॉलेज में बीसीए के छात्र फैज़ल कोंडिकोप्पा ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी.

फैजल को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

हुबली-धारवाड़ की पुलिस आयुक्त, रेणुका सुकुमार ने कहा, “मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की गई है. भविष्य में भी हम जांच से सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आवश्यकतानुसार कार्रवाई करेंगे.’

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