कांग्रेस ने झूठा वादा कर लोगों को धोखा दिया : केटीआर

हैदराबाद, 20 मई . भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए झूठे वादे करके तेलंगाना के लोगों को धोखा दिया.

उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस सरकार विधानसभा चुनाव के दौरान दी गई छह गारंटियों को पूरा करने में विफल रही है.

उन्होंने वारंगल-खम्मम-नलगोंडा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के चुनाव के लिए पार्टी के अभियान के तहत कोठागुडेम और येलांडु में दो बैठकों को संबोधित किया.

बीआरएस नेता ने मतदाताओं से 27 मई को होने वाले उपचुनाव में बीआरएस उम्मीदवार राकेश रेड्डी को चुनने की अपील की.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी झूठे दावे कर रहे हैं कि उन्होंने छह में से पांच गारंटियां पूरी की हैं.

बीआरएस नेता ने कहा कि सरकार ने सिर्फ एक वादे पर अमल किया है, वह टीएसआरटीसी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा है.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस छह गारंटियों के साथ सत्ता में आई और इन छह महीनों में लोगों को पता है कि क्या हुआ है.”

किसानों से किया गया कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के झूठ और झूठे दावों पर सवाल उठाने के लिए राकेश रेड्डी को चुना जाना चाहिए.

बीआरएस नेता ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी झूठे दावे किए कि कांग्रेस हर महिला को 2,500 रुपये देगी.

उन्होंने कहा कि 60 वर्षों में राज्य में केवल तीन मेडिकल कॉलेज बनाए किए गए थे, लेकिन 10 वर्षों में केसीआर ने 33 नए मेडिकल कॉलेज बनाए.

बीआरएस नेता ने कहा, रेवंत रेड्डी गिरगिट की तरह रंग बदलतेे हुए कृषि ऋण माफी की तारीखें बदल रहे हैं.

उन्होंने दोहराया कि बीआरएस ने अपने 10 साल के शासन के दौरान दो लाख रिक्तियां भरीं.

केटीआर ने मतदाताओं को सलाह दी कि वे वोट मांगने आने वालों से पूछें कि क्या देश में कोई अन्य राज्य है, जिसने इतनी सारी नौकरियां प्रदान की हैं.

बीआरएस नेता ने कहा कि अगर कोई यह साबित कर दे कि किसी अन्य राज्य ने 10 वर्षों में तेलंगाना की तुलना में अधिक नौकरियां प्रदान की हैं, तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे.

उन्होंने आरोप लगाया कि रेवंत रेड्डी ने 30 हजार नौकरियां देने का दावा किया है, लेकिन सच्चाई यह है कि ये नौकरियां तब मंजूर की गईं जब केसीआर मुख्यमंत्री थे.

केटीआर ने कहा कि चूंकि सभी को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं है, इसलिए बीआरएस सरकार ने निजी क्षेत्र में निवेश लाकर 24 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान किए.

उन्होंने कहा कि राज्य को मजबूत विपक्षी नेताओं की जरूरत है, जो रेवंत रेड्डी से दो लाख नौकरियां देने का उनका वादा पूरा करा सकें.

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