सीमा अधिकारियों की बैठक में बांग्लादेश के साथ मुद्दों को ‘सौहार्द्रपूर्ण’ तरीके से सुलझाने पर सहमति

ढाका, 9 मार्च . भारत-बांग्लादेश महानिदेशक स्तरीय 54वें सीमा समन्वय सम्मेलन में सीमा पार अपराधों और मानव तस्करी पर अंकुश लगाने, तथा संयुक्त गश्त बढ़ाने पर चर्चा की गई. सम्मेलन का आयोजन बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 5-9 मार्च तक हुआ.

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने किया. बांग्लादेश का नेतृत्व बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां ने किया.

बीएसएफ ने शनिवार को एक बयान में कहा, “दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की चिंताओं को समझा और सभी स्तरों पर निरंतर, रचनात्मक और सकारात्मक बातचीत के माध्यम से सीमा मुद्दों को सौहार्द्रपूर्ण ढंग से निपटाने के लिए प्रतिबद्धता जताई.”

दोनों देश हर साल दो बार – एक बार भारत में और एक बार बांग्लादेश में – आयोजित होने वाली वार्ता के दौरान सम्मेलन के निर्णयों को “सच्ची भावना से” जमीनी स्तर पर लागू करने पर भी सहमत हुए.

बांग्लादेश स्थित सीमा पार उपद्रवियों द्वारा बीएसएफ कर्मियों पर हमले/हमलों की घटनाओं पर दोनों पक्ष संवेदनशील क्षेत्रों में, विशेष रूप से देर रात से सुबह के दौरान, समन्वित गश्त बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोगों को शिक्षित करने पर सहमत हुए.

मानवाधिकारों को बनाए रखने और सीमा पर हिंसा रोकने के लिए “सम्मिलित प्रयासों” की आवश्यकता को दोहराते हुए, दोनों पक्ष संयुक्त गश्त और सतर्कता बढ़ाने, सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रमों को तेज करने और उचित सामाजिक-आर्थिक विकास पहल करने पर सहमत हुए.

वे यह सुनिश्चित करने के लिए रियल टाइम जानकारी साझा करने पर भी सहमत हुए कि दोनों पक्षों के सक्रिय सहयोग से सीमा पर मौतों की घटनाओं को शून्य पर लाया जाएगा.

सीमा पार अपराधों, मानव तस्करी और अवैध सीमा पार करने पर अंकुश लगाने में समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, दोनों पक्ष तस्करों (यदि कोई हो) की रियल टाइम जानकारी और जांच रिपोर्ट को आगे बढ़ाने तथा साझा करने पर सहमत हुए.

इसके अलावा, वे मानव तस्करी के पीड़ितों की सहायता करने और देश के कानून के अनुसार जल्द से जल्द उनके बचाव और पुनर्वास की सुविधा प्रदान करने पर सहमत हुए.

बीएसएफ और बीजीबी दोनों ने भारतीय पक्ष में छह और बांग्लादेश की ओर भी इतने ही विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है.

सद्भावना संकेत के रूप में, बीएसएफ ने तमाबिल और सिलहट में शहीद स्वतंत्रता सेनानियों की 18 कब्रों को संरक्षित करने के लिए निर्माण के बीजीबी के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की.

दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त रूप से काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और सितंबर या अक्टूबर 2024 में उपयुक्त समय पर नई दिल्ली में अगला डीजी स्तर का सम्मेलन आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की.

पिछला बीएसएफ-बीजीबी सम्मेलन 11-14 जून 2023 तक दिल्ली के बीएसएफ कैंप छावला में आयोजित किया गया था.

एकेजे/