बेंगलुरु, 25 जनवरी . आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम में आयोजित ‘भाव 2025’ के दूसरे दिन श्रीराम-सीता को समर्पित एक शानदार प्रस्तुति दी गई. इस प्रस्तुति में एक साथ कई कलाकार आए. इस प्रस्तुति ने सभी को भाव-विभोर कर दिया. ऐसा लगा जैसे कि श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे हैं.
प्रस्तुति के दौरान बैकग्राउंड में म्यूजिक भी बज रहा है, जिसके बोल कुछ इस प्रकार हैं – ‘अवध में राम आए हैं’.
आर्ट ऑफ लिविंग की ‘भाव 2025’ सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत 23 जनवरी को आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर द्वारा आश्रम में उद्घाटन दीप प्रज्वलित करने के साथ हुई. इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध नृत्यांगना सोनल मानसिंह, मनीषा साठे और अन्य गणमान्य अतिथियों ने कला और संस्कृति का जश्न मनाया.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम में आयोजित भाव 2025 कार्यक्रम में शामिल हुए. विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के मार्गदर्शन में यह भाव महोत्सव निस्संदेह कला प्रेमियों का कुंभ बन गया है.
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि लोगों को अपनी इच्छा अनुसार प्रतिभाशाली बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. यह विश्व कला और संस्कृति मंच के माध्यम से हो रहा है, जहां 160 से अधिक पद्म विभूषण, पद्म भूषण और अन्य पद्म पुरस्कार विजेता इस पहल को बनाने के लिए एक साथ आए हैं. महाकुंभ के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं फरवरी के पहले सप्ताह में महाकुंभ में जा रहा हूं.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि जब से वह प्रधानमंत्री बने हैं तब से हर क्षेत्र में विकास हो रहा है. भारत के इस सुपुत्र का योगदान इतिहास में लिखा जाएगा. बहुत बड़ा परिवर्तन हर क्षेत्र में हो रहा है. हम सरकार को बधाई देना चाहते हैं कि जो कहा गया था वह पूरा किया जा रहा है.
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डीकेएम/एकेजे