नई दिल्ली, 16 अक्टूबर . राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रहे 19वें अंतर्राष्ट्रीय औषधि विनियामक प्राधिकरण सम्मेलन (आईसीडीआरए) के तीसरे दिन बुधवार को दिल्ली के द्वारका में यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल शामिल हुईं. उनके साथ इस सम्मेलन में कई देशों के विशेष मेहमान भी शामिल हुए.
आईसीडीआरए का उद्देश्य चिकित्सा उत्पादों की गुणवत्ता, विनियामक सुधारों और विनियामक प्रणालियों को मजबूत करना है. इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य घटिया और झूठे चिकित्सा उत्पादों का पता लगाने, उनकी रोकथाम, गुणवत्ता वाले चिकित्सा उत्पादों तक पहुंच, क्लिनिकल ट्रायल का स्मार्ट विनियमन, नियामक सहयोग और सामंजस्य करना शामिल है.
साथ ही चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना और नवीन प्रौद्योगिकियों के विनियमन पर ध्यान केंद्रित करना भी इसके उद्देश्यों में शामिल है. इस सम्मेलन में हर्बल दवाओं के विनियमन सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की जा रही है. यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर औषधि विनियमन में सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है, जिससे सभी देशों के बीच चिकित्सा उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके.
बता दें कि इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने किया. यह कार्यक्रम भारत में पहली बार 14 से 18 अक्टूबर 2024 तक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के समर्थन से आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न डब्ल्यूएचओ सदस्य देशों के नियामक प्राधिकरण, नीति निर्माता और स्वास्थ्य अधिकारी एकत्र हुए हैं.
ज्ञात हो इस कार्यशाला में इससे पहले सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, युगांडा, तंजानिया, नीदरलैंड, कनाडा, जाम्बिया, जिम्बाब्वे, थाईलैंड, अल साल्वाडोर, नाइजीरिया, यूएसए, घाना, केन्या, बोत्सवाना, डेनमार्क और भारत जैसे विभिन्न देशों के सह-संचालक, वक्ता और पैनलिस्ट ने कई मुद्दों पर प्रस्तुतियां दे चुके हैं.
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पीएसएम/एएस