10 साल बाद भी ‘प्रासंगिक’ बने रहना चाहती हैं एक्‍ट्रेस कल्कि कोचलिन

मुंबई, 15 मार्च . राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एक्‍ट्रेस कल्कि कोचलिन चाहती हैं कि लोग उन्‍हें अगले 10 सालों तक याद रखें.

लैक्मे फैशन वीक के तीसरे दिन ऐकेयाह लेबल के लिए शोस्टॉपर बनीं एक्‍ट्रेस कल्कि ने से बात की.

यह पूछे जाने पर कि उन्‍हें आज से 10 साल बाद किस तरह याद किया जाना चाहिए, कल्कि की ओर से जवाब आया, “रेलीवेंट”.

हिंदी सिनेमा में अपने 15 साल लंबे सफर में कल्कि ने जोया अख्तर, अनु मेनन, कोंकणा सेन शर्मा और मेघना गुलजार जैसी महिला निर्देशकों के साथ काम किया है.

क्या वह मानती हैं कि वहां एक “महिला की नजर” है?

कल्कि ने कहा, “बेशक, और यह समय की बात है और पिछले 6-7 वर्षों में मैंने जिन निर्देशकों के साथ काम किया है उनमें से अधिकांश महिलाएं हैं और यह एक अलग दृष्टिकोण है और हमारे पास बताने के लिए कहानियां हैं.”

2009 में ब्लैक कॉमेडी-ड्रामा ‘डेव डी’ से हिंदी फिल्म में डेब्यू करने वाली 40 वर्षीय अभिनेत्री ने अपनी फैशन संवेदनशीलता के बारे में जानकारी शेयर की.

उन्‍होंनेे कहा, “मैं वास्तव में अपने व्यक्तिगत जीवन में टिकाऊ कपड़ों में अधिक रुचि रखती हूं. मैं उस अतिरिक्त पैसे को किसी गुणवत्तापूर्ण चीज पर खर्च करना पसंद करूंगी, और मुझे अपने सेकेंड-हैंड विंटेज अपसाइकल बाजार से भी प्यार है.”

एक्‍ट्रेस ने कहा कि वह इसे सरल बनाए रखने की कोशिश करती हैं.

उन्‍होंनेे कहा, “मैं अपने दैनिक जीवन में इसे सरल रखने की कोशिश करती हूं.”

कल्कि इस बात से सहमत नहीं हैं कि कई लोग सोचते हैं कि महंगे का मतलब फैशनेबल है.

कल्कि कहती हैं, ”मुझे लगता है कि आप सेकेंड हैंड और विंटेज स्टोर्स और स्थानीय बाजारों में अविश्वसनीय चीजें पा सकते हैं. लेकिन हां, अच्छी गुणवत्ता के लिए कीमत चुकानी पड़ती है.”

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