शनिवार को दिल्ली कूच करेगा किसानों का जत्था

अंबाला, 13 दिसंबर . अपनी मांगों को लेकर अड़े किसानों ने अपनी आगे की रणनीति को लेकर गुरुवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर ने बताया कि किसानों का एक जत्था 14 दिसंबर को दिल्ली के लिए कूच करेगा.

सरवन सिंह पंढ़ेर ने को बताया, ”आज हमने दोनों फर्मों की ओर से प्रधानमंत्री के नाम एक खत लिखा है. इस बैठक में हमने जो कार्यक्रम तय किए हैं उसमें दिल्ली कूच और खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन शामिल है. इसके अलावा हमने अपनी सभी मांगें रखी है.

”हमने 2013-2018 में उनके कृषि मंत्रालय की चिट्ठी और दिसंबर 2021 की भी एक चिट्ठी साथ में लगाई है.”

उन्होंने कहा, ”हम प्रधानमंत्री से स्वयं कहना चाहते हैं कि अगर खनौरी बॉर्डर पर काेई जान-माल की क्षति होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी. हमने पूरे देश के सामने अपना पक्ष रखा है. हम अपनी सभी मांगों के बारे में देश की जनता को बताना चाहते हैं.”

किसान नेता ने कहा, ”सरकार हम पर डिजिटल इमरजेंसी लगाने की कोशिश कर रही है. सुनने में आया है कि खनौरी बॉर्डर पर दो यूनियनों के इंटरनेट बंद कर दिए जाएंगे. इंटरनेट बंद करने का मतलब यह है कि दोनों सरकारें किसान लहर के ऊपर हमला करने के लिए तैयार हो रही हैं. इसके अलावा हमने पूरे देशवासियों से उपवास करने का आह्वान किया है. कल हमारे आंदोलन को 10 महीने पूरे हो रहे हैं.”

अधिक से अधिक किसान मजदूरों को वहां पहुंचने के लिए कहते हुए पंढ़ेर ने बताया, ”अगली बड़ी रणनीति तय करने के अलावा 14 दिसंबर को किसानों का जत्था दिल्ली कूच करेगा जिसकी अगुवाई जसविंदर सिंह लोंगोवाल करेंगे. हम तब तक डटे रहेंगे जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं.

एमकेएस/एकेजे