पटना, 19 अप्रैल . बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी टेंडरों में मंत्रियों की कमीशनखोरी के आरोपों पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि तेजस्वी यादव जब खुद उपमुख्यमंत्री थे और पथ निर्माण मंत्री भी थे, उस समय उनके माध्यम से पथ निर्माण विभाग में 26 करोड़ रुपए ज्यादा दिए गए. इतने रुपये का फर्जीवाड़ा हुआ, लेकिन वह उस पर चुप हैं.
विजय सिन्हा ने कहा, “तेजस्वी यादव के समय के जितने एस्टीमेट और प्राक्कलन बने थे, सबकी हमने जांच कराई थी, उसमें 26 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है.”
उन्होंने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव अब जो आरोप लगा रहे हैं, उसके प्रमाण उपलब्ध कराएं. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बिहार दौरे को लेकर कहा कि जो जनता का सेवक रहेगा, वही बिहार का नेता बनेगा. अब बिहार को खलनायक की जरूरत नहीं है, बिहार को अब नायक की जरूरत है.
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने शनिवार को भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश कुमार की सरकार पर जोरदार सियासी हमला बोला. उन्होंने साफ कहा कि भ्रष्टाचार का आलम है कि ताबड़तोड़ सभी विभागों में टेंडर निकाले जा रहे हैं, जिसमें सभी विभागीय मंत्रियों को 30 प्रतिशत कमीशन तय है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इससे उन्हें चुनाव का खर्च भी निकालना है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अब कितना भी दम लगा लें, एनडीए की सरकार नहीं बनने वाली है. इसलिए आनन-फानन में टेंडर निकाला जा रहा है. मात्र तीन महीने की कैबिनेट बैठकों में 76 हजार करोड़ रुपए की ही स्वीकृति मिली है. इसमें अधिकतर योजनाएं निर्माण से जुड़ी हुई हैं.
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एमएनपी/एकेजे